
चढ़ावे की गिनती में आस्था की नई ऊंचाईयां!
श्री सांवलिया सेठ मंदिर में श्रद्धालुओं की अपार भक्ति एक बार फिर देखने को मिली, जब मासिक दानपात्र खोला गया। 28 जनवरी, कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को मंदिर प्रशासनिक अधिकारियों, मंदिर मंडल अध्यक्ष और सदस्यों की उपस्थिति में यह प्रक्रिया शुरू हुई। पहले चरण की गिनती में ही 8 करोड़ 8 लाख रुपए प्राप्त हुए, जो भक्तों की गहरी आस्था को दर्शाता है।
हालांकि, 29 जनवरी को मौनी अमावस्या होने के कारण गिनती रोक दी गई। लेकिन जब 30 जनवरी को दूसरे चरण की गिनती शुरू हुई, तो 4 करोड़ 54 लाख 5 हजार रुपए और जुड़े। इसके बाद 31 जनवरी को तीसरे चरण में 3 करोड़ 70 लाख रुपए निकले। चार चरणों की गिनती के बाद दान की कुल राशि 16 करोड़ 32 लाख 5 हजार रुपए तक पहुंच गई।
सोने-चांदी की बरसात!
गिनती का पाँचवाँ और अंतिम चरण और भी रोमांचक रहा! भेंटकक्ष, कार्यालय और ऑनलाइन दान को जोड़ने पर 5 करोड़ 92 लाख 53 हजार 417 रुपए और प्राप्त हुए। कुल मिलाकर, इस बार दान की राशि 22.92 करोड़ रुपए पहुंच गई। लेकिन असली चौंकाने वाला आंकड़ा सोना-चांदी के चढ़ावे का था…665 ग्राम सोना और 133 किलो 654 ग्राम चांदी मंदिर को भेंट स्वरूप प्राप्त हुई!
चढ़ावे का हर माह बढ़ता कारवां
पिछले महीने 23 करोड़ रुपए की दानराशि प्राप्त हुई थी, जो दर्शाता है कि श्रद्धालुओं की भक्ति और मंदिर के प्रति उनकी आस्था लगातार बढ़ रही है। मंदिर प्रशासन इस अपार दानराशि का उपयोग मंदिर विकास, धार्मिक सेवा कार्यों और समाजसेवा के लिए करने की योजना बना रहा है।
श्री सांवलिया सेठ की महिमा दिनोंदिन बढ़ रही है, और भक्तों की यह अटूट श्रद्धा यही संकेत देती है कि आस्था और सेवा का यह सिलसिला आगे भी जारी रहेगा!
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