Gopashtami 2024 : कार्तिक शुक्ल नवमी को सर्वार्थ सिद्ध योग में गोपाष्टमी का उत्सव भक्तिभाव से मनाया गया। श्रद्धालुओं ने गौशालाओं में गौमाता का पूजन किया और उन्हें गुड़, चारा, दलिया और रोटी अर्पित की। (Gopashtami 2024 )महिलाओं ने गाय को लाल चूनरी ओढ़ाकर तिलक किया और रोली बांधी।
श्री गोविंद देवजी मंदिर में विशेष पूजा
ठिकाना मंदिर श्री गोविंद देवजी में भी गोपाष्टमी उत्सव धूमधाम से मनाया गया। श्रृंगार झांकी के बाद महंत अंजन कुमार जी गोस्वामी ने मंदिर परिसर में गौ माता का पूजन किया। उन्होंने गौमाता का गंगा जल से अभिषेक किया, उन्हें चूनरी और फूलों से सजाया और फिर आरती कर अनेक भोग अर्पित किए।
सत्संग भवन में गौमाता का पूजन और परिक्रमा
श्रद्धालुओं ने सत्संग भवन में मंगला झांकी से राजभोग झांकी तक गौमाता का पूजन और परिक्रमा की। इस दौरान महिलाएं लगातार गो पूजन में भाग लेती रही और गायों को खाद्य पदार्थ अर्पित करती रहीं। मंदिर के सेवाधिकारी मानस गोस्वामी ने बताया कि इससे पूर्व सुबह मंगल झांकी के बाद ठाकुर श्रीजी का वैदिक मंत्रोचारण के साथ पंचामृत अभिषेक किया गया। केसरिया रंग की नटवर वेश पोशाक एवं विशेष अलंकार श्रृंगार धारण कराए गए। माखन-मिश्री का विशेष भोग अर्पण किए गए। ठाकुर श्रीजी के सम्मुख गौमाता एवं बछड़ों के खिलौने रखे गए।
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