
Udaipur Shyam Temple: “झीलों की नगरी उदयपुर में होली का पर्व रंगों से सराबोर है, लेकिन इस बीच बाबा श्याम के भक्तों के लिए एक बेहद खुशी की खबर आई है। डबोक रोड पर बन रहा एक भव्य और दिव्य श्याम मंदिर, जो अगले साल तक श्रद्धालुओं के लिए खुल जाएगा, सभी भक्तों के लिए एक विशेष आशीर्वाद साबित होगा। (Udaipur Shyam Temple)इस मंदिर का निर्माण कार्य तेज़ी से चल रहा है, और यह मंदिर देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों के लिए भी आकर्षण का केंद्र बनेगा।”
उदयपुर में बाबा श्याम का भव्य मंदिर – एक श्रद्धालुओं के लिए दिव्य स्थान
उदयपुर में बाबा श्याम के भक्तों के लिए एक बड़ी खुशखबरी आई है। डबोक एयरपोर्ट रोड पर श्री श्याम सेवा ट्रस्ट के तत्वावधान में बाबा श्याम का भव्य मंदिर बन रहा है। यह मंदिर 1,17,000 वर्ग फीट क्षेत्र में फैला होगा, जिसमें 21,000 वर्ग फीट में मुख्य मंदिर का निर्माण हो रहा है। इस मंदिर में भगवान गणेश, भोलेनाथ, बालाजी महाराज और रानी सती दादी के मंदिर भी होंगे। मंदिर के मध्य में शीश के दानी बाबा श्याम विराजमान होंगे, और भक्तों के लिए परिक्रमा स्थल भी तैयार किया जा रहा है।
निर्माण कार्य में तेजी…विशेषताएं
शशिकांत खेतान के अनुसार, मंदिर का निर्माण 17 फीट नीचे से शुरू किया गया और अब यह ग्राउंड लेवल से 37 फीट ऊपर तक पहुँच चुका है। निर्माण कार्य में दिन-रात 100 से अधिक लोग कार्यरत हैं। दिलचस्प बात यह है कि इस मंदिर के निर्माण में वही पत्थर उपयोग किए जा रहे हैं, जो अयोध्या में श्रीराम मंदिर के निर्माण में इस्तेमाल हुए थे।
मेवाड़ की झलक…भारतीय संस्कृति की महिमा
यह मंदिर मेवाड़ की पारंपरिक झलक के साथ भारतीय संस्कृति की विभिन्न कलाकृतियों को प्रदर्शित करेगा। मंदिर के परिसर में धर्मशाला और वृद्धाश्रम की भी योजना है। इसके अलावा, एक गौशाला भी बनाई जा रही है, जहां लावारिस गौमाताओं की सेवा की जाएगी। मंदिर के निर्माण में भक्तों से एक रुपए और एक ईंट का योगदान लिया जा रहा है।
हाईवे से दिखेगा भव्य मंदिर और अन्य सुविधाएं
इस मंदिर को इस तरह डिजाइन किया गया है कि उदयपुर-चित्तौड़गढ़ हाईवे से गुजरने वाले लोग भी आसानी से बाबा श्याम के दर्शन कर सकेंगे। मंदिर परिसर में 108 कमरों की भव्य धर्मशाला बनाई जाएगी, ताकि देश-विदेश से आने वाले भक्तों को ठहरने की उत्तम सुविधा मिल सके। इसके अलावा, मंदिर परिसर में लाइट एंड साउंड शो का आयोजन किया जाएगा, जिससे भक्त बाबा श्याम के इतिहास और उनकी महिमा को जान सकेंगे।
मंदिर निर्माण की शुरुआत और भक्तों की आस्था
इस मंदिर की नींव 25 जनवरी 2024 को रखी गई थी, और 24 जुलाई 2024 को शिलापूजन हुआ था। मंदिर के मॉडल को भव्य शोभायात्रा के साथ मंदिर प्रांगण में लाया गया। सायंकाल मासिक कीर्तन भी जारी है, जो मंदिर निर्माण कार्य पूरा होने तक चलता रहेगा। यह मंदिर बाबा श्याम की आस्था और भक्तों के समर्पण का प्रतीक बनेगा और अगले साल तक भक्तों के लिए पूरी तरह से खुल जाएगा।
उदयपुर को मिलेगा नया धार्मिक धरोहर
इस मंदिर के निर्माण के साथ ही उदयपुर एक नए धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर के रूप में पहचाना जाएगा। बाबा श्याम का यह भव्य मंदिर न केवल धार्मिक महत्व रखता है, बल्कि यह एक सांस्कृतिक धरोहर के रूप में भी भक्तों के बीच प्रसिद्ध होगा।
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