राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का जन्म 15 दिसंबर 1966 को भरतपुर जिले के नदबई तहसील के छोटे से गांव अटारी में हुआ। साधारण किसान परिवार में जन्मे भजनलाल ने मेहनत और संघर्ष की बदौलत राजनीति में अद्वितीय ऊंचाइयां हासिल कीं।
परिवार और जीवन की शुरुआत
भजनलाल शर्मा के पिता किशन स्वरूप शर्मा और माता गोमती देवी ने उन्हें जीवन मूल्यों और जनसेवा का पाठ पढ़ाया। 18 मई 1997 को गीता शर्मा से विवाह कर उन्होंने पारिवारिक जीवन में प्रवेश किया। उनके दो बेटे हैं।
राजनीति का पहला कदम: सरपंच का गौरवशाली कार्यकाल
2000 में अटारी के सरपंच निर्वाचित होना भजनलाल शर्मा के लिए पहला बड़ा राजनीतिक मुकाम था। इस जीत ने उनके नेतृत्व और जनसेवा का पहला अध्याय लिखा। उन्होंने 2000-2005 के कार्यकाल में गांव को विकास की नई राह पर ले जाने का बीड़ा उठाया।
पंचायत समिति से विधानसभा तक की छलांग
भजनलाल ने 2010 से 2015 तक अटारी-बछामदी, नदबई की पंचायत समिति के सदस्य के रूप में कार्य किया। उनकी मेहनत और दूरदर्शिता ने उन्हें पार्टी में जिला और प्रदेश स्तर पर अहम जिम्मेदारियां दिलाईं।
सांगानेर में ऐतिहासिक जीत
2023 के राजस्थान विधानसभा चुनाव में सांगानेर सीट से भाजपा उम्मीदवार के रूप में भजनलाल शर्मा ने इतिहास रच दिया। 1,45,162 मत हासिल कर उन्होंने अपने प्रतिद्वंद्वी को 97,081 वोटों के बड़े अंतर से हराया। यह उनकी लोकप्रियता और जनसेवा का प्रमाण है।
मुख्यमंत्री बनने का गौरव
15 दिसंबर 2023 को भजनलाल शर्मा ने राजस्थान के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। उनका यह सफर संघर्ष और समर्पण की मिसाल है।
जिम्मेदारियों का दायरा
मुख्यमंत्री के रूप में भजनलाल शर्मा के पास राज्य के प्रमुख विभागों की जिम्मेदारी है:
- आबकारी
- गृह
- कार्मिक
- सूचना एवं जनसंपर्क
- एसीबी
- सामान्य प्रशासन
फेसबुक पर साझा की 24 साल पुरानी यादें
भजनलाल शर्मा ने अपने फेसबुक पेज पर 2000 की एक तस्वीर साझा की, जिसमें अटारी गांव के लोग उनका स्वागत कर रहे हैं। उन्होंने लिखा:
“साल 2000 में सरपंच निर्वाचित होना मेरी राजनीतिक यात्रा का पहला महत्वपूर्ण पड़ाव था। आज मुख्यमंत्री बनकर यह सफर मेरे लिए प्रेरणा का स्रोत है।”
संघर्ष, समर्पण और सफलता का प्रतीक
भजनलाल शर्मा का जीवन संघर्ष, दूरदृष्टि और जनता के प्रति समर्पण का आदर्श उदाहरण है। उनकी यात्रा यह दिखाती है कि यदि इरादे मजबूत हों, तो कोई भी मुकाम हासिल किया जा सकता है।
राजस्थान की नई दिशा
मुख्यमंत्री के रूप में भजनलाल शर्मा ने राज्य को विकास और प्रगति की नई ऊंचाइयों पर ले जाने का वादा किया है। उनकी नेतृत्व शैली और अनुभव ने उन्हें जनता के बीच एक जनप्रिय नेता के रूप में स्थापित किया है।
एक प्रेरक कहानी
भजनलाल शर्मा की कहानी सिर्फ एक व्यक्ति की सफलता की गाथा नहीं, बल्कि हर उस व्यक्ति के लिए प्रेरणा है जो सपनों को सच करने का साहस रखता है।