
Kirori Lal Meena: राजस्थान की राजनीति और पुलिस महकमे में इन दिनों एक नाम काफी चर्चा में है—सीआई कविता शर्मा। यह नाम न केवल पुलिस महकमे में सनसनी बन गया है, बल्कि सियासी गलियारों में भी गूंज रहा है।(Kirori Lal Meena) दिग्गज नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने कविता शर्मा को लेकर ऐसा चौंकाने वाला खुलासा किया है, जिसने सरकार और प्रशासन दोनों को कटघरे में खड़ा कर दिया है।
किरोड़ी लाल मीणा ने कविता शर्मा पर फर्जी थानेदार होने का गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने राजस्थान सरकार से मांग की है कि इस मामले की गहन जांच कर कार्रवाई की जाए। इस खुलासे के बाद पूरे पुलिस महकमे और राज्य की राजनीति में हड़कंप मच गया है। सवाल यह उठ रहा है कि आखिर कविता शर्मा का सच क्या है? क्या यह एक राजनीतिक साजिश है या प्रशासनिक लापरवाही का नतीजा?
कौन हैं कविता शर्मा? फर्जीवाड़े का प्रतीक या प्रशासन की लापरवाही?
राजस्थान पुलिस की एसएचओ कविता शर्मा को लेकर गंभीर सवाल उठ रहे हैं। किरोड़ी लाल मीणा ने सीधे-सीधे आरोप लगाते हुए कहा है कि उनकी पूरी भर्ती प्रक्रिया फर्जी है। खेल कोटे से नौकरी पाने वाली कविता शर्मा कभी खिलाड़ी ही नहीं रहीं, न कोई पदक जीता, फिर भी उन्हें भर्ती कर लिया गया। यह केवल भ्रष्टाचार नहीं, बल्कि कानून और न्याय का मजाक है।
कल रात जयपुर में महेश नगर थाना अधिकारी कविता शर्मा जो छात्रों को गिरफ्तार करने पहुंची थी! उसकी अपराधिक कुंडली KOG( Kirodi operation group) ने निकाल ली है!
यह कविता शर्मा फ़र्जी खेल कोटे से थानेदार बनी हैं जिस पर झोटवारा थाने में मुकदमा नंबर 625/2017 दर्ज है!
सरकार को जल्द ही इस… pic.twitter.com/Yi4xpxs4r2
भ्रष्टाचार और जांच में दोषी, फिर भी कुर्सी पर बैठी हैं
कविता शर्मा के खिलाफ 2017 से मुकदमा दर्ज है, डीसीपी संजीव जैन और एटीएस की जांच में उन्हें दोषी ठहराया जा चुका है। इसके बावजूद न केवल उन्हें बचाया गया, बल्कि जयपुर जैसे महत्वपूर्ण शहर में महेशनगर थाने की कमान भी सौंप दी गई। क्या यह मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की प्रशासनिक नाकामी नहीं है?
रात में घर में घुसकर कानून का मजाक
मीणा का आरोप है कि कविता शर्मा ने एसआई भर्ती परीक्षा रद्द कराने की मांग करने वालों के घरों में रात को बिना किसी सूचना के दबिश दी। यह कार्रवाई केवल नियमों का उल्लंघन नहीं, बल्कि सत्ता के नशे में कानून को रौंदने का घिनौना उदाहरण है। क्या राजस्थान में पुलिस को ऐसी तानाशाही की छूट दी गई है?
फ्लैट पर कब्जे का आरोप: महिला को न्याय कौन देगा?
कविता शर्मा पर एक महिला के फ्लैट पर कब्जा करने का गंभीर आरोप है, जिसके लिए झोटवाड़ा थाने में मामला दर्ज है। मीणा का कहना है कि इस पीड़िता को मीडिया के सामने लाकर वे पूरे मामले की सच्चाई उजागर करेंगे। क्या यह एक पुलिस अधिकारी का चरित्र है, जो जनता की रक्षा के लिए नियुक्त है?
मुख्यमंत्री को सीधा सवाल: कार्रवाई कब होगी?
किरोड़ी लाल मीणा ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और गृहमंत्री से तीखा सवाल किया है कि आखिर कविता शर्मा पर कार्रवाई क्यों नहीं हो रही? क्या एक फर्जी भर्ती अधिकारी को बचाने के लिए कानून ताक पर रखा जाएगा? उन्होंने चुनौती देते हुए कहा कि अगर मेरे खिलाफ मुकदमा दर्ज हो सकता है, तो कविता शर्मा पर क्यों नहीं? यह न्याय की हत्या है।
राजस्थान में कानून से ऊपर है कविता शर्मा?
मीणा ने सीधे तौर पर कहा कि कविता शर्मा की यह फर्जी भर्ती और उनके खिलाफ कार्रवाई का न होना इस बात का सबूत है कि राजस्थान में कानून-व्यवस्था मजाक बन चुकी है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर सरकार कार्रवाई नहीं करती, तो वह सड़कों पर आंदोलन करेंगे और जनता को इस भ्रष्टाचार के खिलाफ खड़ा करेंगे।
फर्जीवाड़े का पूरा सच उजागर होगा
किरोड़ी लाल मीणा ने दावा किया कि वे इस पूरे मामले की सच्चाई जनता और मीडिया के सामने लाएंगे। यह केवल कविता शर्मा का मामला नहीं, बल्कि राजस्थान की कानून-व्यवस्था और प्रशासनिक ईमानदारी का सवाल है।