Rajasthan By-Election 2024:राजस्थान की सात विधानसभा सीटों पर उपचुनाव की रणभूमि में अब सोशल मीडिया भी एक अहम हथियार बन चुका है। जहां धरातल पर प्रचार का जिम्मा कार्यकर्ताओं के कंधों पर है, वहीं दोनों प्रमुख दलों ने अपने सोशल मीडिया योद्धाओं को मैदान में उतारकर पूरी ताकत झोंक दी है। (Rajasthan By-Election 2024:)भाजपा और कांग्रेस, दोनों ही एक-दूसरे की सरकारों की कमियों को उजागर करने वाले वीडियो और कंटेंट के जरिए मतदाताओं तक अपनी बात पहुंचा रहे हैं। इस चुनावी जंग में अब सोशल मीडिया ही है जो माहौल को पल पल बदलने की ताकत रखता है।
कांग्रेस की सोशल मीडिया रणनीति: पूर्ववर्ती सरकार की योजनाओं को बंद करने पर ध्यान
कांग्रेस ने उपचुनावों में सोशल मीडिया का पूरी ताकत से इस्तेमाल करते हुए सभी सात सीटों पर विशेषज्ञों की टीम तैनात की है। प्रत्येक टीम में 8-10 लोग काम कर रहे हैं, जो स्थानीय मुद्दों पर फोकस करते हुए वीडियो, ग्राफिक्स, और लाइव वीडियो पोस्ट कर रहे हैं। खासतौर पर कांग्रेस ने पूर्ववर्ती सरकार की योजनाओं को बंद करने और भाजपा सरकार की वादाखिलाफी को प्रमुख मुद्दा बनाया है। सुमित भगासरा, जो सोशल मीडिया विभाग के प्रमुख हैं, यह टीम की मॉनिटरिंग कर रहे हैं। कांग्रेस ने स्थानीय मतदाताओं के लिए तीन श्रेणियों में वाट्सऐप ग्रुप भी बनाए हैं — युवा, महिला, और वरिष्ठ नागरिक।
भा.ज.पा की सोशल मीडिया रणनीति: विपक्षी नेताओं के विवादित बयानों को वायरल करना
भा.ज.पा ने सोशल मीडिया के प्रचार में आक्रामक रणनीति अपनाई है। पार्टी ने हर सीट पर सोशल मीडिया विशेषज्ञों की टीमों को सक्रिय कर दिया है, जो डबल इंजन सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं और लाभार्थियों से संवाद पर फोकस कर रहे हैं। भाजपा की सोशल मीडिया टीम विपक्षी नेताओं के विवादित बयानों को वायरल करने में भी जुटी है। इसके अलावा, पार्टी ने सोशल मीडिया पर युवाओं, महिलाओं और बुजुर्ग मतदाताओं तक पहुंच बनाने के लिए विभिन्न प्लेटफॉर्म्स पर अलग-अलग अभियान चलाए हैं। भाजपा के सोशल मीडिया अभियानों में कार्टून, ग्राफिक्स, और मीम्स के माध्यम से प्रचार किया जा रहा है।
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