
NDA Meeting: गृह मंत्री अमित शाह, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू और अन्य राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के नेताओं ने
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जन्म शताब्दी के अवसर पर भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के आवास पर एक महत्वपूर्ण बैठक की। इस बैठक में एनडीए नेताओं ने कांग्रेस के हालिया (NDA Meeting)राजनीतिक हमलों पर चर्चा की और पार्टी के “फेक नरेटिव” का मुकाबला करने के लिए एकजुट होकर आवाज उठाने की आवश्यकता पर बल दिया।
सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस ने अमित शाह पर बीआर अंबेडकर का अपमान करने का आरोप लगाया है, जिसका विरोध करते हुए शाह ने विपक्षी दलों पर उनके भाषण की एक छोटी क्लिप को संदर्भ से बाहर निकालकर उनकी टिप्पणियों को तोड़-मरोड़ कर पेश करने का आरोप लगाया। एनडीए नेताओं ने यह स्पष्ट किया कि उनका ध्यान सुशासन और जनता के कल्याण पर केंद्रित रहेगा, जो उन्हें जनता का समर्थन प्राप्त करने का मुख्य कारण बना है।
बैठक में शामिल नेता और एनडीए की रणनीति
इस बैठक में शाह और नायडू के अलावा जेडी(यू) नेता और केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन सिंह, अपना दल (एस) की अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल, और जेडी(एस) के नेता और केंद्रीय मंत्री एचडी कुमारस्वामी भी शामिल हुए। इसके अलावा, बिहार के हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (एस) के नेता और मोदी सरकार के मंत्री जीतन राम मांझी, राष्ट्रीय लोक मोर्चा (आरएलएम) के अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद उपेंद्र कुशवाहा, और भारत धर्म जन सेना के अध्यक्ष तुषार वेल्लपल्ली भी बैठक में मौजूद थे।
एनडीए समन्वय तंत्र की स्थापना पर चर्चा
एनडीए नेताओं ने गठबंधन के समन्वय को बढ़ावा देने के लिए एक व्यापक तंत्र स्थापित करने की योजना पर चर्चा की। यह तय किया गया कि गठबंधन के सदस्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर परामर्श करते रहेंगे, और मंत्री तथा अन्य वरिष्ठ नेता नियमित रूप से सांसदों से मिलेंगे। बैठक में भविष्य की रणनीतियों पर ध्यान केंद्रित किया गया, जिससे सभी दलों को एकजुट होकर काम करने की प्रेरणा मिलेगी।
जेपी नड्डा की बैठक के बाद की पोस्ट
भा.ज.पा. के दिग्गज नेता अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर एनडीए नेताओं की बैठक आयोजित करने का निर्णय लिया गया, जिनके नेतृत्व में पहली गठबंधन सरकार सफलतापूर्वक अपना कार्यकाल पूरा करने में सक्षम हुई थी। बैठक के बाद, जेपी नड्डा ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “आज नई दिल्ली में एनडीए नेताओं की बैठक में भाग लिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में भारत अभूतपूर्व उपलब्धियां हासिल कर रहा है और खुद को एक वैश्विक महाशक्ति के रूप में स्थापित कर चुका है।”
चुनावी रणनीति और भविष्य की योजनाएं
उत्तर प्रदेश की निषाद पार्टी के प्रमुख संजय निषाद ने बैठक को “अनौपचारिक” बताया और कहा कि यह वाजपेयी की जन्म शताब्दी के अवसर पर एकजुटता दिखाने का एक माध्यम था। उन्होंने बताया कि बैठक में भविष्य की रणनीति पर चर्चा की गई, और यह सुनिश्चित करने के लिए उपायों पर ध्यान दिया गया कि प्रधानमंत्री मोदी द्वारा किए गए “सभी काम” जमीन तक पहुंचे और “चुनावों में लोगों से किए गए वादे” पूरे हों।
मछुआरा समुदाय के लिए आरक्षण का मुद्दा
निषाद ने बैठक में मछुआरा समुदाय को आरक्षण देने का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा, “मैंने मछुआरा समुदाय को आरक्षण देने के मुद्दे पर 30-37 पेज का साक्ष्य दिया, क्योंकि यह एक चुनावी वादा था। वे हमें एक सप्ताह बाद बुलाएंगे और इस पर चर्चा करेंगे।”
अमित शाह की टिप्पणी पर निषाद की प्रतिक्रिया
अमित शाह की अंबेडकर पर की गई टिप्पणी के सवाल पर संजय निषाद ने कहा, “हम लोग लोगों के कल्याण के लिए आए हैं। हमें इस पर ऊर्जा खर्च करने की बजाय सफलता हासिल करने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।” उन्होंने कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों के नकारात्मक विचारों पर भी कोई प्रतिक्रिया न देने की बात की।
एनडीए की बैठक और आगामी चुनावों का ध्यान
एनडीए की यह बैठक आगामी चुनावों पर ध्यान केंद्रित करने के संदर्भ में महत्वपूर्ण रही। गठबंधन के सभी घटक दल आगामी चुनावों के लिए एकजुट होकर काम करने का वचनबद्ध हैं। इसके अलावा, एक साथ चुनाव कराने से संबंधित दो विधेयकों पर चर्चा के लिए संसद की संयुक्त समिति की बैठक 8 जनवरी को होने की उम्मीद है।
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