Mokshada Ekadashi: “ठाकुरजी के अनोखे श्रृंगार और हरिनाम संकीर्तन ने मोक्षदा एकादशी को बनाया अविस्मरणीय

Mokshada Ekadashi: मार्गशीर्ष एकादशी को भक्तिभाव से मोक्षदा एकादशी और मौनी एकादशी के रूप में मनाया गया। श्रद्धालुओं ने भगवान श्री हरि विष्णु का पूजन कर व्रत रखा। (Mokshada Ekadashi)गोविंद देवजी मंदिर में ठाकुरजी की सभी झांकियों के दर्शन करने श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी।

मंदिर के सेवाधिकारी मानस गोस्वामी ने बताया कि महंत अंजन कुमार गोस्वामी के सान्निध्य में ठाकुरजी का विशेष पूजन किया गया। ठाकुरजी को लाल रंग की पोशाक धारण कराकर गोचारण लीला के आभूषण पहनाए गए। सागारी प्रसादी का भोग लगाया गया। बड़ी संख्या में श्रद्धालु अपने घर से लड्डू गोपाल को टोकरी में बैठाकर मंदिर लाए।

राम नाम परिक्रमा महोत्सव में उमड़ा जनसैलाब

मंदिर के सत्संग भवन में राम नाम परिक्रमा महोत्सव के दौरान हजारों श्रद्धालुओं ने मंत्र जाप करते हुए परिक्रमा की। इस कार्यक्रम ने भक्तों को भक्ति में डुबो दिया।

श्री सरस निकुंज में राधा सरस बिहारी सरकार की विशेष झांकी

सुभाष चौक स्थित श्री सरस निकुंज में शुक संप्रदाय पीठाधीश्वर अलबेली माधुरी शरण महाराज के सान्निध्य में राधा सरस बिहारी सरकार की झांकी सजाई गई। पंचामृत अभिषेक कर ठाकुरजी का फूलों से श्रृंगार किया गया। प्रवक्ता प्रवीण बड़े भैया ने बताया कि वैष्णव भक्तों ने एकादशी के पदों का गायन किया और हरिनाम संकीर्तन में बड़ी संख्या में भक्तों ने भाग लिया।

अन्य मंदिरों में भी भव्य उत्सव

  • श्री राधा दामोदर जी मंदिर: चौड़ा रास्ता स्थित मंदिर में महंत मलय गोस्वामी के सान्निध्य में पंचामृत अभिषेक और ऋतु पुष्पों से ठाकुरजी का श्रृंगार किया गया।
  • गोपीनाथ जी मंदिर: पुरानी बस्ती में महंत सिद्धार्थ गोस्वामी के सान्निध्य में भक्तिभाव से एकादशी उत्सव मनाया गया।
  • लाड़लीजी मंदिर: रामगंज बाजार में महंत डॉ. संजय गोस्वामी ने ठाकुरजी के लाड़ लड़ाए और सागारी व्यंजनों का भोग लगाया।

हरिओम जन सेवा समिति का सेवा कार्य

विद्याधर नगर की घुमंतु बस्तियों में हरिओम जन सेवा समिति, राजस्थान की ओर से दूध का वितरण किया गया। अध्यक्ष पंकज गोयल ने बताया कि समिति एकादशी, अमावस्या और पूर्णिमा पर नियमित रूप से दूध का वितरण करती है।

भक्तिभाव से सजी झांकियां और सेवा कार्य

एकादशी के अवसर पर जयपुर के वैष्णव मंदिरों में झांकियों के दर्शन, विशेष पूजन और संकीर्तन ने भक्तों को आध्यात्मिक ऊर्जा से भर दिया। मंदिरों के साथ ही सेवा संगठनों ने भी इस पावन अवसर को सार्थक बनाया।

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Bodh Saurabh

Bodh Saurabh, a journalist from Jaipur, began his career in print media, working with Dainik Bhaskar, Rajasthan Patrika, and Khaas Khabar.com. With a deep understanding of culture and politics, he focuses on stories related to religion, education, art, and entertainment, aiming to inspire positive change through impactful reporting.

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