
Iran US conflict: ईरान के न्यूक्लियर ठिकानों पर अमेरिका के बंकर बस्टर बम हमले के बाद अब अंतरराष्ट्रीय मंचों पर जंग जैसे हालात बन गए हैं। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की आपात बैठक में ईरान ने अमेरिका पर पलटवार करने की घोषणा कर दी है। न्यूयॉर्क में हुई बैठक के दौरान ईरानी राजदूत आमिर सईद इरावानी ने (Iran US conflict) कहा, “अमेरिका पर हमला होगा और इसके हमारे पास ठोस कारण हैं।”
ईरान की चेतावनी: पलटवार तय
ईरानी राजदूत ने कहा कि अमेरिका का हमला एक संप्रभु राष्ट्र पर सीधा आक्रमण है और यह अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन है। उन्होंने स्पष्ट किया कि ईरान न केवल आत्मरक्षा का अधिकार रखता है, बल्कि उसका उपयोग भी करेगा।
संयुक्त राष्ट्र में ईरान ने बताई अमेरिका पर अटैक की 5 ठोस वजहें
- संप्रभुता का उल्लंघन: अमेरिका ने बिना वैध कारण शांतिप्रिय देश पर हमला किया।
- आतंकवाद को समर्थन: अमेरिका गाज़ा में इजराइली हमलों को नजरअंदाज करता है।
- परमाणु वार्ता से पूर्व हमला: 16 जून की वार्ता से पहले 13 जून को हमला कर शांति प्रक्रिया को तोड़ा गया।
- कासिम सुलेमानी की हत्या: यह एक सैन्य अधिकारी की अनैतिक हत्या थी, जिसकी जवाबदेही तय होनी चाहिए।
- शांति वार्ता से चिढ़: अमेरिका को ईरान का यूरोपीय देशों से संवाद रास नहीं आया और उसने हमला कर दिया।
ईरान को मिला वैश्विक समर्थन
ईरान के समर्थन में रूस, चीन, पाकिस्तान और उत्तर कोरिया जैसे देश खुलकर आ गए हैं। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने हमले को संप्रभुता का उल्लंघन बताया। वहीं, उत्तर कोरिया ने अमेरिका को चेताते हुए ईरान के साथ खड़े रहने की घोषणा की है।
बढ़ते तनाव के बीच अब निगाहें अमेरिका और ईरान की अगली सैन्य और कूटनीतिक चाल पर टिकी हैं। क्या यह टकराव एक और बड़े युद्ध की ओर बढ़ेगा?