Famous Temples: हर नए साल की शुरुआत नई उम्मीदों और सपनों के साथ होती है। ऐसा माना जाता है कि साल की शुरुआत में शुभ स्थानों पर दर्शन करने से जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और अधूरी इच्छाओं की पूर्ति होती है। हमारे देश में ऐसे कई पवित्र स्थल हैं जिनका न केवल धार्मिक, बल्कि पौराणिक महत्व भी है। (Famous Temples)अगर आप भी नए साल में अपनी किस्मत बदलने और अपनी मनोकामनाओं को पूरा करने का संकल्प ले रहे हैं, तो जानिए उस खास स्थान के बारे में, जहां दर्शन मात्र से ही आपके जीवन में शुभ बदलाव आ सकते हैं।
भगवान ब्रह्मा का अनोखा मंदिर – जहां हर मनोकामना होती है पूरी
पुष्कर का यह मंदिर दुनिया का इकलौता स्थान है जहां भगवान ब्रह्मा की पूजा होती है। अजमेर से 15 किमी दूर स्थित इस मंदिर के पास पवित्र पुष्कर झील भी है। ऐसा माना जाता है कि यहां दर्शन करने से आपकी किस्मत का ताला खुल जाता है। भारतीय सनातन धर्म का यह पवित्र स्थल हर श्रद्धालु के लिए अद्वितीय है।
अरावली की गोद में शिव मंदिर – हरियाली के बीच मोक्ष का अनुभव
अरावली की हरी-भरी पहाड़ियों के बीच यह प्राचीन शिव मंदिर आत्मिक शांति का प्रतीक है। इसे अजमेर के संस्थापक अजयराज चौहान ने बनवाया था। यहां आने वाले भक्त मन्नत का धागा बांधते हैं और अपनी इच्छाओं की पूर्ति की प्रार्थना करते हैं। मंदिर का प्राकृतिक सौंदर्य इसे और भी खास बनाता है।
सावित्री माता मंदिर – पहाड़ी से दिखता स्वर्ग जैसा दृश्य
पुष्कर की ऊंची पहाड़ी पर स्थित यह मंदिर भगवान ब्रह्मा की पत्नी माता सावित्री को समर्पित है। यहां से दिखने वाला पुष्कर का मनोरम दृश्य अद्भुत है। मान्यता है कि माता के दर्शन करने से मनोकामनाएं जरूर पूरी होती हैं। विवाहित महिलाओं के लिए यह मंदिर विशेष महत्व रखता है, जो अपने परिवार की सुरक्षा के लिए यहां प्रार्थना करती हैं।
वराह अवतार मंदिर – जहां भगवान विष्णु ने असुर का अंत किया
यह मंदिर भगवान विष्णु के वराह अवतार को समर्पित है और इसकी कथा बेहद प्रेरणादायक है। पौराणिक मान्यता के अनुसार, असुर हिरण्याक्ष ने पृथ्वी को चुरा लिया था, जिसे बचाने के लिए भगवान विष्णु ने वराह रूप धारण किया। इस मंदिर में दर्शन से भक्तों को अद्वितीय ऊर्जा और आशीर्वाद मिलता है।
देवनारायण भगवान का मंदिर – गुर्जर समाज की आस्था का केंद्र
अजमेर के देवमाली गांव की पहाड़ी पर स्थित यह मंदिर गुर्जर समाज के आराध्य देव देवनारायण भगवान को समर्पित है। यह स्थान न केवल धार्मिक आस्था बल्कि सामाजिक एकता का भी प्रतीक है। भक्त यहां अपनी मनोकामनाओं के साथ आते हैं और यहां का वातावरण उनके विश्वास को और मजबूत करता है।
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