Earthquake in Mount Abu and Mehsana: गुजरात के मेहसाणा और राजस्थान के माउंट आबू ने एक बार फिर धरती की कंपकंपाहट का अनुभव किया। रात के 10 बजकर 15 मिनट पर, जब लोग अपने रोजमर्रा के कामों में व्यस्त थे या दिनभर की थकान मिटाने की तैयारी कर रहे थे, तभी अचानक धरती में हलचल मच गई। (Earthquake in Mount Abu and Mehsana) नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी के अनुसार, रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 4.2 मापी गई, जिससे क्षेत्र के लोग सहम गए। हालांकि, किसी बड़े नुकसान की खबर नहीं है, लेकिन इस प्राकृतिक घटना ने पलभर में सभी को सतर्क कर दिया।
मेहसाणा और माउंट आबू में भूकंप के झटके
गुजरात के मेहसाणा और राजस्थान के माउंट आबू में 10 बजकर 15 मिनट पर भूकंप के झटके महसूस किए गए। नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी के अनुसार, रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 4.2 मापी गई। भूकंप के हल्के झटके से लोगों में अफरा-तफरी का माहौल बन गया, लेकिन राहत की बात यह रही कि जान-माल का कोई नुकसान नहीं हुआ।
हाल में भी आया था माउंट आबू में भूकंप
यह पहली घटना नहीं है जब माउंट आबू में भूकंप आया हो। इससे पहले, 10 नवंबर को सुबह 7 बजकर 51 मिनट पर भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। तब भूकंप का असर लोगों में दहशत फैलाने वाला था।
An earthquake with a magnitude of 4.2 on the Richter Scale hit Mahesana, Gujarat today at 22:15 (IST): National Centre for Seismology pic.twitter.com/jkW4d1KDgc
— ANI (@ANI) November 15, 2024
क्यों आता है भूकंप?
धरती मुख्य रूप से चार परतों से बनी होती है:
- इनर कोर
- आउटर कोर
- मैन्लटल
- क्रस्ट
क्रस्ट और ऊपरी मैन्लटल को मिलाकर लिथोस्फेयर कहा जाता है। यह लगभग 50 किलोमीटर मोटी परत होती है, जो कई टेक्टोनिक प्लेट्स में विभाजित होती है। ये प्लेट्स लगातार खिसकती रहती हैं।
- जब प्लेटें एक-दूसरे से टकराती हैं या दूर जाती हैं, तो उनमें तनाव उत्पन्न होता है।
- यही तनाव अचानक भूगर्भीय ऊर्जा के रूप में बाहर निकलता है और धरती हिल जाती है।
भूकंप का केंद्र और तीव्रता
- भूकंप का केंद्र: वह स्थान, जिसके ठीक नीचे प्लेटों में हलचल होती है।
- तीव्रता: इसका मापन रिक्टर स्केल पर किया जाता है।
- 7.0 या उससे अधिक तीव्रता: 40 किमी के क्षेत्र में भारी झटके महसूस होते हैं।
- भूकंप की गहराई पर भी प्रभाव निर्भर करता है; गहरे भूकंप सतह पर कम प्रभाव डालते हैं।