Silent Heart Attack : क्या होता है साइलेंट हार्ट अटैक? जानें क्यों है ये सबसे खतरनाक और पहचानना इतना मुश्किल!

Silent Heart Attack Risks: आज के दौर में दिल के दौरे का खतरा तेजी से बढ़ता जा रहा है, खासकर युवाओं में। तेजी से बदलती जीवनशैली, मानसिक तनाव, और अस्वास्थ्यकर खानपान ने दिल की बीमारियों को आम बना दिया है। चिंताजनक बात यह है कि अब ‘साइलेंट हार्ट अटैक’ के मामले भी सामने आ रहे हैं, जहां कोई स्पष्ट लक्षण नहीं होते, और व्यक्ति बिना किसी चेतावनी के इस गंभीर समस्या का शिकार हो जाता है। (Silent Heart Attack Risks)चिकित्सा विशेषज्ञों के लिए यह नया विषय बन गया है, और आमजन में भी इसके प्रति जागरूकता बढ़ रही है। ऐसे में, यह जानना जरूरी है कि साइलेंट हार्ट अटैक क्या होता है, इसके लक्षण कैसे पहचाने जा सकते हैं, और इससे बचाव कैसे किया जा सकता है। आइए, इस गंभीर विषय पर गहराई से समझते हैं।

साइलेंट हार्ट अटैक क्या है?

साइलेंट हार्ट अटैक एक ऐसा हृदयाघात है जिसमें कोई विशेष लक्षण नहीं दिखाई देते या बहुत हल्के लक्षण होते हैं। इसके दौरान सीने में दर्द, सांस फूलने जैसी आम शिकायतें नहीं होती हैं, बल्कि इसे अक्सर छाती में जलन, फ्लू या मांसपेशियों में खिंचाव समझ लिया जाता है। हालांकि, यह अन्य हार्ट अटैक की तरह ही गंभीर हो सकता है और दिल की मांसपेशियों को नुकसान पहुंचा सकता है।

साइलेंट हार्ट अटैक के कारण

इसका प्रमुख कारण कोरोनरी धमनी रोग (CAD) है, जिसमें हृदय को रक्त पहुंचाने वाली धमनियां संकरी हो जाती हैं। कोलेस्ट्रॉल युक्त प्लाक इन धमनियों में जमा होकर रक्त प्रवाह को अवरुद्ध कर देता है, जिससे हार्ट की मांसपेशियों तक ऑक्सीजन युक्त खून नहीं पहुंच पाता।

साइलेंट हार्ट अटैक का खतरा कितना बड़ा है?

अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन (AHA) के अनुसार, वार्षिक 805,000 हार्ट अटैक में से लगभग 170,000 मामले साइलेंट हार्ट अटैक के होते हैं। शोधों के अनुसार, साइलेंट हार्ट अटैक से बचे लोगों में अन्य जटिलताएं जैसे हार्ट फेलियर और स्ट्रोक का खतरा अधिक होता है, और 50 वर्ष से कम उम्र के लोगों में यह जोखिम और भी ज्यादा होता है।

साइलेंट हार्ट अटैक के संभावित लक्षण

  • अपच और सीने में हल्की जलन
  • फ्लू जैसे लक्षण
  • छाती, पीठ या बाहों में हल्की तकलीफ
  • जबड़े, पीठ या बाहों में खिंचाव जैसा महसूस होना

साइलेंट हार्ट अटैक के रिस्क फैक्टर

  • अधिक वजन (BMI 25 या अधिक)
  • शारीरिक गतिविधि की कमी
  • उच्च रक्तचाप और हाई कोलेस्ट्रॉल
  • तंबाकू का सेवन
  • गर्भावस्था के दौरान प्रीक्लेम्पसिया
  • COVID-19 या अन्य गंभीर संक्रमण

साइलेंट हार्ट अटैक से बचाव के उपाय

साइलेंट हार्ट अटैक से बचने के लिए हृदय स्वास्थ्य का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। इसके लिए डॉक्टर निम्नलिखित सलाह देते हैं:

  • संतुलित आहार लें
  • नियमित रूप से स्वास्थ्य जांच कराएं
  • तंबाकू और धूम्रपान से बचें
  • ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित रखें
  • एक्टिव और फिजिकली फिट रहें

मुंबई के पल्मोनोलॉजिस्ट डॉ. अमित गावंडे कहते हैं कि साइलेंट हार्ट अटैक का पता लगने में समय लगता है, इसलिए डॉक्टर के पास नियमित रूप से जाना और जांच करवाना आवश्यक है। उच्च रक्तचाप और हाई कोलेस्ट्रॉल जैसे जोखिम कारकों को कम करना भी साइलेंट अटैक को रोकने में सहायक हो सकता है।

(डिस्क्लेमर: यहां दी गई स्वास्थ्य संबंधी जानकारी सिर्फ आपके ज्ञान के लिए है। कृपया किसी भी सुझाव पर अमल करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श लें।)

Bodh Saurabh

Bodh Saurabh, a journalist from Jaipur, began his career in print media, working with Dainik Bhaskar, Rajasthan Patrika, and Khaas Khabar.com. With a deep understanding of culture and politics, he focuses on stories related to religion, education, art, and entertainment, aiming to inspire positive change through impactful reporting.

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