Rajasthan: गलता जी के पुजारियों का संघर्ष! राम नाम संकीर्तन करते हुए धरना…जानिए क्या है मामला

Galta Ji Temple Staff Protest: जब पूरे देश में दिवाली की जगमगाहट और खुशी का माहौल था, उसी समय गलता जी के पुजारियों और कर्मचारियों के लिए ये दिवाली काली साबित हुई।(Galta Ji Temple Staff Protest) वेतन न मिलने के कारण उन्होंने इस त्योहार को हर्षोल्लास से नहीं मना पाए। देवस्थान विभाग के अधिकारियों की उदासीनता से आहत होकर, गलता जी के मंदिरों में सेवा देने वाले पुजारी और सेवक मंगलवार को एक बार फिर धरने पर बैठ गए, अपने हक के लिए संघर्ष करते हुए।

देवस्थान विभाग से चार महीने का वेतन नहीं मिला

गलता जी के पुजारियों और कर्मचारियों ने देवस्थान विभाग पर चार महीने से वेतन नहीं देने का गंभीर आरोप लगाया है। पुजारी सत्यनारायण और रामनारायण ने बताया कि गलता पीठ के विभिन्न मंदिरों में सेवा-पूजा, अर्चना, भोग-राग, साफ-सफाई, गुरुकुल में अध्ययन-अध्यापन एवं गौ सेवा, अतिथि सेवा, यज्ञीय सेवा बड़ी आस्था एवं श्रद्धा से कर रहे हैं। विभिन्न उत्सवों एवं पर्वों पर विशेष सेवा पूजा भी करते हैं। पहले गलता पीठाधीश्वर द्वारा समय पर वेतन प्राप्त हो जाता था, लेकिन जब से प्रबंधन प्रशासन के हाथ में आया है, तब से सारी व्यवस्थाएं पटरी से उतर गई हैं। जुलाई से अक्टूबर माह का वेतन नहीं मिला है। न्यायालय के आदेश के कारण यहां प्रबंधन सरकार के हाथ में है। प्रशासन ने भरोसा दिया था कि समय पर वेतन और अन्य सुविधाएं मिलती रहेंगी, लेकिन लिखित में प्रार्थना करने पर भी कोई सुनवाई नहीं हो रही है।

त्यौहारों पर भी नहीं मिली खुशी

पुजारी और कर्मचारियों का कहना है कि रक्षाबंधन, जन्माष्टमी, गणेश चतुर्थी, दशहरा, दीपावली, और भाई दूज जैसे त्योहारों पर वेतन के अभाव के चलते वे अपने परिवार के साथ त्योहार नहीं मना पाए। उनके परिवारों की दयनीय और कष्टप्रद स्थिति बनी हुई है। भगवान की सेवा में वे कोई कमी नहीं रख रहे हैं, लेकिन प्रशासन की उदासीनता के कारण उनका जीवन कठिन हो गया है।

प्रशासन पर आरोप

पुजारियों ने बताया कि उन्होंने अपने बैंक अकाउंट नंबर प्रशासन को दे रखे हैं और उनकी मांग है कि वेतन सीधे उनके खाते में आए। प्रशासन किसी अन्य से रूपए लेने और कागज पर हस्ताक्षर का दबाव बना रहा है। प्रशासन की सद्बुद्धि के लिए उन्होंने मंगलवार को उपवास रखा और राम नाम संकीर्तन करते हुए धरना प्रदर्शन किया।

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Bodh Saurabh

प्रिंट मीडिया से पत्रकारिता की शुरुआत करते हुए दैनिक भास्कर, राजस्थान पत्रिका और खास खबर.कॉम जैसे प्रतिष्ठित प्लेटफॉर्म्स पर काम किया। गुलाबी नगरी जयपुर का निवासी, जहां की सांस्कृतिक और राजनीतिक धड़कन को बारीकी से समझा। धर्म, राजनीति, शिक्षा, कला और एंटरटेनमेंट से जुड़ी कहानियों में न सिर्फ गहरी रुचि बल्कि समाज को जागरूक और प्रेरित करने का अनुभव। सकारात्मक बदलाव लाने वाली रिपोर्टिंग के जरिए समाज की नई दिशा तय करने की कोशिश। कला और पत्रकारिता का अनोखा संगम, जो हर कहानी को खास बनाता है।

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