
Rajasthan By Election 2024: राजस्थान की राजनीतिक गहमागहमी के बीच विधानसभा उपचुनाव की तैयारियां जोरों पर हैं। 13 नवंबर को होने वाले मतदान के लिए सभी दल अपनी पूरी ताकत झोंक रहे हैं।(Rajasthan By Election 2024) नागौर के सांसद हनुमान बेनीवाल, जो अपनी पत्नी कनिका बेनीवाल के लिए चुनावी प्रचार में लगे हैं, ने एक सभा में बयान दिया कि इस चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (BJP) को कोई खास फर्क नहीं पड़ेगा, लेकिन उनकी पार्टी, (RLP) को इसका गहरा असर होगा। वहीं, कांग्रेस नेता दिव्या मदेरणा ने भी हनुमान बेनीवाल पर जोरदार हमला करते हुए राजनीतिक मैदान में अपने समर्थकों को ऊर्जा देने का काम किया है। यह चुनाव अब केवल वोटों की नहीं, बल्कि राजनीतिक सम्मान और भविष्य की दिशा तय करने का मामला बनता जा रहा है।
हनुमान बेनीवाल का चुनावी जोर, RLP के लिए उपचुनाव की अहमियत
नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने खींवसर विधानसभा में चुनाव प्रचार के दौरान एक महत्वपूर्ण अपील की है। उन्होंने कहा, “इस चुनाव में BJP को कोई फर्क नहीं पड़ेगा, लेकिन RLP को बहुत फर्क पड़ेगा।” बेनीवाल ने स्पष्ट किया कि अगर उनकी पार्टी विधानसभा में नहीं रही, तो यह उनके 20 साल के संघर्ष को बर्बाद कर देगा। उन्होंने मतदाताओं को आश्वस्त करते हुए कहा कि उन्हें यह सुनिश्चित करना है कि अगले चार वर्षों तक वे राजस्थान की सड़कों पर संघर्ष करते रहें।
उनका यह बयान यह दर्शाता है कि खींवसर उपचुनाव उनके लिए कितना महत्वपूर्ण है। चुनावी मैदान में अकेले उतरे हनुमान बेनीवाल को अपनी पत्नी कनिका बेनीवाल को जीताने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ रही है। खींवसर क्षेत्र के मतदाताओं को रिझाने के लिए वह हर संभव प्रयास कर रहे हैं, और यह स्पष्ट है कि यह उपचुनाव उनके राजनीतिक वर्चस्व की रक्षा के लिए एक बड़ी चुनौती है।
दिव्या मदेरणा का तीखा हमला
इसी बीच, दिव्या मदेरणा ने लोहावट में एक कार्यक्रम के दौरान हनुमान बेनीवाल पर तंज कसा। उन्होंने बिना नाम लिए कहा कि “क्या मैं समाज की बेटी नहीं हूं? क्या गुनाह था मेरा?” दिव्या ने खींवसर की मौजूदा स्थिति पर चिंता जताते हुए कहा कि “रात के 4 बजे लोग घूमकर उनके पैर पकड़ रहे हैं,” जिससे यह साफ होता है कि वह बेनीवाल के प्रति जनता के sentiments को भुनाने की कोशिश कर रही हैं।
त्रिकोणीय मुकाबला और उपचुनाव की तैयारी
खींवसर उपचुनाव में त्रिकोणीय मुकाबला हो रहा है, जिसमें बेनीवाल की RLP अकेले चुनाव लड़ रही है। उनकी पत्नी कनिका को पार्टी ने इस सीट पर टिकट दिया है। कांग्रेस की ओर से पूर्व आईपीएस सवाई सिंह चौधरी की पत्नी रतन चौधरी मैदान में हैं, जबकि भाजपा से रेवंत राम डांगा चुनावी जंग में उतर रहे हैं।
राजस्थान की 7 सीटों पर 13 नवंबर को होने वाले इस उपचुनाव में राजनीतिक गहमागहमी बढ़ती जा रही है, जहां सभी दल अपनी पूरी ताकत झोंकने के लिए तैयार हैं।
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