
Cold Hanuman: मेलबर्न/नई दिल्ली: ऑस्ट्रेलिया के स्टोर्स में बिक रही शराब की एक नई बोतल ने वैश्विक स्तर पर हिंदू समुदाय में गुस्सा भड़का दिया है। इस विवादित ब्रांड का नाम है “Cold Hanuman”, जिसकी लेबलिंग में भगवान हनुमान की तस्वीर का इस्तेमाल किया गया है। भारतीय समुदाय और हिंदू संगठनों का कहना है कि यह धार्मिक भावना के सीधे अपमान का मामला है।
शराब की बोतल पर हनुमान जी की छवि: संयोग नहीं, सुनियोजित विपणन?
भगवान हनुमान हिंदू धर्म में त्याग, शक्ति और भक्ति के प्रतीक माने जाते हैं। ऐसे में उनकी तस्वीर का इस्तेमाल शराब जैसे उत्पाद पर करना करोड़ों हिंदुओं की आस्था का अपमान है। विशेषज्ञों का कहना है कि यह केवल ब्रांडिंग नहीं, बल्कि एक गंभीर सांस्कृतिक अतिक्रमण (Cultural Appropriation) है, जहाँ पश्चिमी कंपनियां भारतीय धार्मिक प्रतीकों को व्यावसायिक फायदे के लिए इस्तेमाल कर रही हैं।
भारतीय समुदाय की प्रतिक्रिया और कार्रवाई की मांग
ऑस्ट्रेलिया में बसे भारतीय नागरिकों और मंदिर संगठनों ने इस मुद्दे को सोशल मीडिया के माध्यम से उजागर किया है। #BoycottColdHanuman जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं। कई संगठनों ने ऑस्ट्रेलियन एडवर्टाइजिंग स्टैंडर्ड्स ब्यूरो और नैतिक समीक्षा बोर्ड्स से इस ब्रांड पर तुरंत कार्रवाई की मांग की है।
ये कोई पहली घटना नहीं
यह घटना वैश्विक स्तर पर फैली एक व्यापक प्रवृत्ति का हिस्सा है। पहले भी गणेश जी की छवि को जूतों और इनरवियर पर छापा गया, योग को ‘हॉट योगा’ नाम देकर भ्रामक रूप से प्रस्तुत किया गया। अब हनुमान को एक मद्यपेय ब्रांड से जोड़ देना, धार्मिक अपमान की पराकाष्ठा मानी जा रही है।
क्या करें: विरोध, अपील या कानूनी कार्रवाई?
विशेषज्ञों का मानना है कि भारतीय विदेश मंत्रालय को इस मामले को ऑस्ट्रेलियन सरकार के समक्ष उठाना चाहिए। साथ ही वैश्विक हिंदू संगठनों को संयमित और कानूनी ढंग से कंपनियों को उनकी सीमा याद दिलाने की आवश्यकता है।
“धार्मिक प्रतीकों को व्यापार का साधन बनाना न केवल अशालीन है, बल्कि वैश्विक सहिष्णुता के सिद्धांतों का उल्लंघन भी है।” – भारतीय प्रवासी परिषद ‘Cold Hanuman’ केवल एक विवादास्पद ब्रांड नहीं, बल्कि वैश्विक बाजार की उस क्रूर प्रवृत्ति का प्रतीक है, जहाँ भावनाओं की कोई कीमत नहीं होती। ऐसे में अब यह समाज को तय करना है कि वह इस चुप्पी को तोड़ेगा या इस अपमान को सामान्य मान लेगा।