Jaipur Crime News : जयपुर से एक हैरान करने वाली घटना सामने आई है, जहां उन पर भरोसा करने वाले फायर ब्रिगेड कर्मियों ने ही शहर में अफरा-तफरी मचाने का काम किया। यह मामला उस कहावत को चरितार्थ करता है—”बिल्ली को दूध की रखवाली पर बैठाना”। जिस टीम का काम आग बुझाकर लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करना था,(Jaipur Crime News) वही टीम फैक्ट्रियों में खुद आग लगाकर ज्यादा कमाई करने के नापाक इरादों को अंजाम दे रही थी।
पुलिस ने इन कर्मचारियों को गिरफ्तार कर लिया है, और पूछताछ में जो खुलासे हुए हैं, वे चौंकाने वाले हैं। आइए, जानते हैं कैसे ये कर्मचारी न सिर्फ फैक्ट्रियों में आग लगाते थे, बल्कि सरकारी गाड़ी के डीजल को चुराकर भी अपनी जेबें भरने का खेल खेल रहे थे।
बाइक सवार होकर देते थे घटना को अंजाम
डीसीपी वेस्ट अमित कुमार ने बताया कि करधनी थाना क्षेत्र में हुई आगजनी की घटनाओं की जांच में चौंकाने वाला खुलासा हुआ। थानाधिकारी हरीश सोलंकी को एक महत्वपूर्ण इनपुट मिला था, जिसे क्रॉसचेक करने के लिए कॉन्स्टेबल सायरमल को तैनात किया गया। जांच से यह पता चला कि सरना डूंगर (रीको एरिया) में हुई आगजनी की घटनाओं के पीछे बाइक सवार दो संदिग्ध युवकों का हाथ है।
सीसीटीवी फुटेज से पहुंचे आरोपियों तक
थानाधिकारी हरीश सोलंकी ने बताया कि इलाके में 100 से अधिक सीसीटीवी कैमरों की जांच की गई। जहां-जहां आग लगी थी, उन जगहों के फुटेज में बाइक पर दो युवक आते-जाते दिखाई दिए। इन युवकों के हुलिया और उनकी बाइक का रूट ट्रेस करते हुए पुलिस ने आगे की जांच की। फुटेज से यह भी पता चला कि आगजनी के स्थानों से बाइक सवार युवक सरना डूंगर फायर स्टेशन की ओर जा रहे थे।
फायरमैन और ड्राइवर निकले आरोपी
मोटरसाइकिल की पहचान और रूट ट्रेसिंग के बाद पुलिस सरना डूंगर फायर स्टेशन पहुंची। वहां तैनात फायरमैन विजय शर्मा (25) और फायर स्टेशन ड्राइवर राहुल यादव (23) को हिरासत में लिया गया। पूछताछ के दौरान सख्ती बरतने पर दोनों ने अलग-अलग स्थानों पर आग लगाने की बात स्वीकार कर ली। विजय बागड़ों का मोहल्ला किशनपुरा (करधनी) का रहने वाला है, जबकि राहुल सिंगोद खुर्द (गोविंदगढ़) का निवासी है।
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