Gold Buying Trends: सोना, जिसे सदियों से मूल्य, स्थिरता और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है, आज भी वैश्विक अर्थव्यवस्था में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। बदलते वैश्विक परिदृश्य और आर्थिक अनिश्चितताओं के बीच, यह बहुमूल्य धातु न केवल व्यक्तिगत निवेशकों बल्कि केंद्रीय बैंकों के लिए भी भरोसेमंद संपत्ति बनी हुई है।
कल्पना कीजिए, जब दुनिया की प्रमुख अर्थव्यवस्थाएं बाजार की अस्थिरता से जूझ रही हैं, तब एक धातु चुपचाप हर देश के खजाने में अपनी जगह पक्की कर रही है। नवंबर 2024 में, भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने अपने भंडार में 8 टन सोना जोड़कर यह स्पष्ट कर दिया कि सोने की चमक न केवल स्थिरता का प्रतीक है, बल्कि आर्थिक भविष्य के लिए एक मजबूत आधार भी है।(Gold Buying Trends) ग्लोबल गोल्ड काउंसिल (WGC) की हालिया रिपोर्ट से पता चलता है कि न केवल भारत, बल्कि दुनिया भर के केंद्रीय बैंक सोने को अपनी प्राथमिक पसंद बना रहे हैं, क्योंकि यह आज भी आर्थिक सुरक्षा की चमकदार किरण है।
क्या आप जानते हैं कि नवंबर में केंद्रीय बैंकों ने सामूहिक रूप से 53 टन सोना खरीदा? यह वैश्विक आर्थिक रणनीति में सोने की बढ़ती भूमिका को उजागर करता है। आइए, इस दिलचस्प परिप्रेक्ष्य को और गहराई से समझते हैं।
नवंबर में सोने की कीमतों में गिरावट बनी खरीद का कारण
ग्लोबल गोल्ड काउंसिल (WGC) की रिपोर्ट के अनुसार, नवंबर 2024 में सोने की कीमतों में आई गिरावट ने केंद्रीय बैंकों को अधिक मात्रा में सोना खरीदने का प्रोत्साहन दिया। अमेरिकी चुनावों के बाद बाजार में अस्थिरता और कीमतों में गिरावट ने केंद्रीय बैंकों के लिए यह एक आकर्षक अवसर प्रस्तुत किया। इसका परिणाम यह हुआ कि भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने इस महीने 8 टन सोना खरीदा, जिससे 2024 में उसकी कुल खरीद 73 टन तक पहुंच गई।
भारत: दूसरे स्थान पर
2024 में कुल खरीद के मामले में भारतीय रिज़र्व बैंक दूसरे स्थान पर रहा। नवंबर तक भारत का कुल स्वर्ण भंडार 876 टन हो गया, जिससे यह स्पष्ट होता है कि भारतीय रिज़र्व बैंक सोने को सुरक्षित निवेश मानते हुए इसे अपने भंडार में निरंतर जोड़ रहा है।
पोलैंड: शीर्ष पर
नेशनल बैंक ऑफ पोलैंड (NBP) ने नवंबर में 21 टन सोना खरीदा, जिससे उसकी 2024 में कुल खरीद 90 टन तक पहुंच गई। यह खरीदारी पोलैंड को इस साल का सबसे बड़ा स्वर्ण खरीदार बनाती है।
अन्य देशों की खरीद
नवंबर 2024 में, अन्य देशों ने भी अपने स्वर्ण भंडार में वृद्धि की:
- सेंट्रल बैंक ऑफ उज्बेकिस्तान: 9 टन
- नेशनल बैंक ऑफ कजाकिस्तान: 5 टन
- पीपुल्स बैंक ऑफ चाइना (PBoC): 5 टन
- सेंट्रल बैंक ऑफ जॉर्डन: 4 टन
- सेंट्रल बैंक ऑफ टर्की: 3 टन
- चेक नेशनल बैंक: 2 टन
- बैंक ऑफ घाना: 1 टन
वैश्विक स्वर्ण भंडार पर केंद्रीय बैंकों का प्रभाव
सामूहिक रूप से, केंद्रीय बैंकों ने नवंबर 2024 में 53 टन सोना खरीदा। यह उनकी रणनीति को दर्शाता है कि अस्थिर आर्थिक परिस्थितियों में सोने को एक स्थिर और सुरक्षित संपत्ति के रूप में प्राथमिकता दी जा रही है।
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