Bhajanlal Cabinet Meeting Decisions: राजस्थान में भजनलाल सरकार द्वारा 9 जिलों और 3 संभागों को खत्म करने के फैसले ने प्रदेश के राजनीतिक माहौल को उबाल दिया है। इस निर्णय के बाद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कड़ा विरोध व्यक्त किया है। उन्होंने इसे न केवल अलोकतांत्रिक और विवेकहीन बताया, बल्कि जनता के हितों पर कुठाराघात भी करार दिया। डोटासरा का कहना है कि यह फैसला पर्ची पर लिया गया है और भाजपा सरकार (Bhajanlal Cabinet Meeting Decisions)ने जनता की उम्मीदों को एक झटके में समाप्त कर दिया है। राजस्थान की राजनीति में इस फैसले ने नई राजनीतिक बहस शुरू कर दी है, जहां सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों के बीच तीव्र आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है।
डोटासरा का भाजपा सरकार पर हमला
राजस्थान में भजनलाल सरकार द्वारा 9 जिलों और 3 संभागों को खत्म करने के फैसले ने राजनीतिक हलचल मचा दी है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने इस फैसले को जन विरोधी, अनैतिक और असंवेदनशील करार दिया है। उन्होंने कहा कि इस समय जब देश और दुनिया पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को भावभीनी विदाई दे रही है, भाजपा सरकार ने इस जनविरोधी निर्णय को लागू कर दिया। डोटासरा ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा पर भी कड़ा हमला बोला, और कहा कि इस निर्णय ने भाजपा सरकार के असंवेदनशीलता को उजागर किया है।
डोटासरा का बड़ा आरोप मुख्यमंत्री पर
डोटासरा ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और उपमुख्यमंत्री प्रेमचंद बैरवा पर भी निशाना साधते हुए कहा कि अब बैरवा किस मुंह से जनता के बीच जाएंगे, क्योंकि उनकी ही सरकार में उनका जिला खत्म कर दिया गया है। डोटासरा ने आरोप लगाया कि भजनलाल जी ने अपना जिला बचा लिया, लेकिन प्रेमचंद बैरवा का जिला दूदू खत्म कर दिया गया। उन्होंने इस निर्णय को जनविरोधी बताते हुए कहा कि कांग्रेस और आम जनता इसके खिलाफ आंदोलन करेगी, और यदि जरूरत पड़ी तो कोर्ट का दरवाजा भी खटखटाया जाएगा।
सिफारिशों को दरकिनार करने पर सवाल
डोटासरा ने कांग्रेस सरकार द्वारा रिटायर्ड आईएएस अधिकारियों की अध्यक्षता में बनाई गई कमेटी की सिफारिशों को दरकिनार किए जाने पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि यह कमेटी इन जिलों को बनाने की सिफारिश कर चुकी थी, लेकिन भाजपा सरकार ने इन सिफारिशों को नकारते हुए आनन-फानन में जिलों को खत्म करने का निर्णय लिया।
डबल इंजन सरकार पर कटाक्ष
डोटासरा ने भाजपा की डबल इंजन सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि भाजपा सरकार ने 12 महीनों में कोई बड़ा निर्णय नहीं लिया, केवल कांग्रेस सरकार को गाली देने का काम किया है। उन्होंने इस निर्णय को जनविरोधी और बेहद अनैतिक बताया और कहा कि भाजपा सरकार ने यह फैसला जनगणना के बीच और अदालत की छुट्टियों के दौरान लिया ताकि लोग इसके खिलाफ कोर्ट में याचिका न दायर कर सकें।
कांग्रेस का जन आंदोलन
डोटासरा ने घोषणा की कि कांग्रेस इस फैसले के खिलाफ जनता के बीच आंदोलन करेगी। उन्होंने कहा कि यह फैसला जनता के हितों के खिलाफ है और कांग्रेस इसे बर्दाश्त नहीं करेगी।
राजस्थान में 9 नए जिले और तीन संभाग निरस्त
राजस्थान में शनिवार को हुई कैबिनेट बैठक में भजनलाल सरकार ने गहलोत शासन में बनाए गए 9 नए जिलों और 3 संभागों को निरस्त कर दिया। अब राजस्थान में 17 नए जिलों में से केवल 8 जिले यथावत रहेंगे, जैसे बालोतरा, डीडवाना, फलौदी, सलूंबर, खैरथल-तिजारा, डीग, कोटपूतली-बहरोड और ब्यावर। वहीं, दूदू, केकड़ी, शाहपुरा, नीमकाथाना, गंगापुरसिटी, जयपुर ग्रामीण, जोधपुर ग्रामीण, अनूपगढ़, सांचौर को निरस्त कर दिया गया है। साथ ही बांसवाड़ा, पाली और सीकर संभागों को भी निरस्त कर दिया गया है।
राजनीतिक भूचाल और भविष्य की प्रतिक्रियाएं
राजस्थान में भाजपा सरकार द्वारा जिलों और संभागों को खत्म करने के फैसले के बाद राजनीतिक माहौल गरमा गया है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि भाजपा सरकार इस विवाद पर क्या प्रतिक्रिया देती है और क्या कांग्रेस इस फैसले को वापस लेने के लिए अपना आंदोलन जारी रखेगी।
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