Rajasthan: “टीचर का आरोप! ‘गलत हूं तो जूते मारो, लेकिन परेशान मत करो’ शिक्षा मंत्री के सामने”

Education Minister: जयपुर के सरकारी स्कूल में तैनात दृष्टिहीन शिक्षक अजय देवेंदा ने शिक्षा मंत्री मदन दिलावर के सामने अपनी दर्दभरी आपबीती साझा की, जिससे माहौल गमगीन हो गया। (Education Minister)अजय ने बताया कि उन्हें स्कूल में लगातार मानसिक और शारीरिक प्रताड़ना झेलनी पड़ रही है। उनका कहना था कि स्कूल के कुछ शिक्षक और प्रिंसिपल उन्हें धमकाकर गलत बयान देने के लिए मजबूर कर रहे हैं और उनके खिलाफ साजिश रच रहे हैं। अजय ने भावुक होकर कहा, “अगर मैं गलत हूं तो मुझे सजा दो, जूते मारो, पर मुझे परेशान मत करो।”

इस घटनाक्रम की शुरुआत 7 अक्टूबर को एक वीडियो से हुई थी, जिसमें बच्चों को एक अन्य शिक्षक के पैर दबाते हुए देखा गया था। इस वीडियो के वायरल होते ही राजकीय स्कूल की शिक्षक रेखा सोनी को एपीओ (अल्टरनेट पोस्टिंग ऑर्डर) दे दिया गया था, लेकिन अब अजय देवेंदा का आरोप सामने आया है कि वह भी स्कूल में हो रही ज्यादती का शिकार हो रहे हैं।

बेवजह परेशान किए जाने का आरोप

अजय देवेंदा ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से उन्हें लगातार परेशान किया जा रहा है। उनका कहना था कि उनके खिलाफ बेवजह जांच बैठाई गई और उनका फोन भी चेक किया गया, जबकि वे खुद गलत नहीं थे। अजय देवेंदा ने आरोप लगाया कि स्कूल में गलत हो रहा था, और यदि फिर भी उन्हें दोषी ठहराया जाता है तो वह तैयार हैं, लेकिन उन्हें बिना कारण परेशान न किया जाए।

टीचर और प्रिंसिपल पर दबाव डालने का आरोप

अजय देवेंदा ने यह भी खुलासा किया कि प्रिंसिपल अंजू और टीचर रेखा सोनी उन पर दबाव बना रहे हैं कि वे यह स्वीकार करें कि वायरल वीडियो फर्जी और एडिटेड था। उन्होंने कहा कि रेखा सोनी और अंजू उन पर झूठा बयान लिखवाने के लिए दबाव बना रही हैं और धमकी दी है कि यदि ऐसा नहीं किया तो उनके खिलाफ जांच होगी।

शिक्षा मंत्री से मदद की अपील

अजय देवेंदा की पीड़ा सुनने के बाद शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने जिला शिक्षा अधिकारी और स्कूल की प्रिंसिपल अंजू तथा टीचर रेखा सोनी के खिलाफ कार्रवाई के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा कि इन तीनों ने मिलकर दृष्टिहीन शिक्षक को परेशान किया है। इसके साथ ही उन्होंने स्कूल में मोबाइल फोन के इस्तेमाल को लेकर दिए गए नोटिस को भी रद्द कर दिया है।

प्रिंसिपल और टीचर का पक्ष नहीं मिला

इस मामले पर जब स्कूल की प्रिंसिपल अंजू और टीचर रेखा सोनी से प्रतिक्रिया लेने की कोशिश की गई, तो उनका कोई जवाब नहीं मिला।

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Bodh Saurabh

प्रिंट मीडिया से पत्रकारिता की शुरुआत करते हुए दैनिक भास्कर, राजस्थान पत्रिका और खास खबर.कॉम जैसे प्रतिष्ठित प्लेटफॉर्म्स पर काम किया। गुलाबी नगरी जयपुर का निवासी, जहां की सांस्कृतिक और राजनीतिक धड़कन को बारीकी से समझा। धर्म, राजनीति, शिक्षा, कला और एंटरटेनमेंट से जुड़ी कहानियों में न सिर्फ गहरी रुचि बल्कि समाज को जागरूक और प्रेरित करने का अनुभव। सकारात्मक बदलाव लाने वाली रिपोर्टिंग के जरिए समाज की नई दिशा तय करने की कोशिश। कला और पत्रकारिता का अनोखा संगम, जो हर कहानी को खास बनाता है।

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