
Shivling Pooja: मालनमासी बालाजी मित्र मंडली के अध्यक्ष ब्रजेश गौतम ने बताया कि मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के सबसे प्रिय देवता भगवान शिव हैं। श्रीराम ने दो बार पार्थिव शिवलिंग का पूजन कर इसकी धार्मिकता और वैज्ञानिकता को प्रमाणित किया है। भगवान राम की कृपा के बिना शिवार्चन जैसे अवसर नहीं मिलते हैं। (Shivling Pooja)ब्रजेश गौतम ने बताया कि श्रीराम ने पहली बार गंगा पार करते समय केवट प्रसंग में पार्थिव शिवलिंग की पूजा की थी। वहीं दूसरी बार लंका विजय के लिए रामेश्वरम में सेतुबंध के समय शिवलिंग का निर्माण और पूजन किया था।
शिव कृपा के लिए पार्थिव पूजन सबसे उत्तम: शास्त्री
भोलेनाथ की कृपा पाने के लिए पार्थिव पूजन को सबसे उत्तम माना जाता है। ज्योतिषाचार्य अक्षय शास्त्री ने बताया कि पार्थिव शिवलिंग पूजन साधक को धन-धान्य, सुख, समृद्धि और कष्टों से मुक्ति मिलती है। जीवन से जुड़े सभी तरह के भय से मुक्ति और मोक्ष दिलाने वाली यह पूजा है। पं. जगदीश प्रसाद शर्मा ने पार्थिव शिवलिंग पूजन का महत्व बताते हुए कहा कि इसकी पूजा करने से करोड़ों यज्ञों के समान फल मिलता है। इस पूजा से भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है और जीवन में सुख-शांति आती है।
मौके पर मुख्य यजमान महावीर सोनी सहित 51 जोड़ों ने गणेश पूजन, ध्वज पूजन करके बालाजी महाराज की पूजा की। इसके बाद तेलाभिषेक और रुद्राभिषेक किया गया। कार्यक्रम में महाआरती के बाद ग्रह शांति के लिए हवन भी किया गया। कार्यक्रम में मनीष शर्मा, शांतिलाल जैन, मुकेश जैन, देवेन्द्र जैन, जगदीश गुप्ता, टिल्लू नुवाल व गिरिश ओझा समेत अनेक शिव भक्त उपस्थित रहे। सभी ने भगवान शिव से खुशहाली की कामना की और पूजा का पूरा लाभ प्राप्त किया।
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