
Uttarakhand Disaster: उत्तरकाशी (उत्तराखंड)। उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में रविवार को धराली क्षेत्र में बादल फटने से भारी तबाही मची है। इस आपदा ने न केवल जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया, बल्कि व्यापारिक प्रतिष्ठानों और धार्मिक धरोहरों को भी भारी नुकसान पहुंचाया। राहत और बचाव कार्य अब युद्धस्तर पर चल रहे हैं।
चार लोगों की मौत की पुष्टि, कई लापता
उत्तरकाशी के जिलाधिकारी प्रशांत आर्य ने अब तक चार लोगों की मौत की पुष्टि की है। स्थानीय प्रशासन और आपदा प्रबंधन दलों के अनुसार, कई लोग अब भी मलबे में दबे होने की आशंका है। भारी मात्रा में मलबा धराली बाजार में फैल गया है, जिससे 20 से अधिक होटल और होमस्टे पूरी तरह तबाह हो गए हैं।
इस आपदा में खीर गाड के किनारे स्थित प्राचीन कल्पकेदार मंदिर भी पूरी तरह मलबे में दब गया है। यह मंदिर क्षेत्र की सांस्कृतिक विरासत का महत्वपूर्ण प्रतीक था।
सेना, NDRF और वायुसेना राहत कार्य में शामिल
राज्य सरकार ने केंद्र से दो MI और एक चिनूक हेलीकॉप्टर की मांग की है ताकि राहत और रेस्क्यू ऑपरेशन में तेजी लाई जा सके। सेना, राज्य आपदा मोचन बल (SDRF) और केंद्रीय आपदा प्रबंधन बल (NDRF) की टीमें मौके पर जुट चुकी हैं। वायुसेना की सहायता भी मांगी गई है।
हर्षिल के पास बहने वाली तेलगाड़ नदी में उफान आ जाने से सेना कैंप में पानी घुस गया है। गंगोत्री हाईवे पूरी तरह बंद हो गया है, जिससे राहत कार्यों में अतिरिक्त चुनौतियाँ उत्पन्न हो रही हैं।
मुख्यमंत्री का दौरा रद्द, स्थिति की निगरानी
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आंध्र प्रदेश दौरा बीच में छोड़ते हुए देहरादून लौटने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा, “स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है। राहत कार्यों में कोई कोताही नहीं बरती जाएगी।”
घायलों के इलाज के लिए एम्स ऋषिकेश और देहरादून के प्रमुख अस्पतालों में बेड आरक्षित कर दिए गए हैं। एम्बुलेंस घटनास्थल पर तैनात कर दी गई हैं।
संपर्क के लिए जारी किए गए हेल्पलाइन नंबर
प्रशासन ने पीड़ितों की जानकारी और सहायता के लिए निम्नलिखित हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं:
- 01374-222126
- 01374-222722
- 9456556431
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