
Pahalgam Terror Attack: पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने एक बार फिर भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव की चिंगारी को भड़का दिया है। इस बार खेल में एक नया खिलाड़ी भी अपनी मौजूदगी दर्ज करा रहा है—तुर्की। कराची बंदरगाह पर तुर्की का युद्धपोत TCG Büyükada लंगर डाले खड़ा है, मानो पाकिस्तान की बिछी बिसात पर अपनी गोट रख रहा हो। लेकिन सवाल ये उठता है—क्या यह युद्धपोत वाकई कोई गेमचेंजर है या सिर्फ एक दिखावटी समर्थन?
कराची के समंदर में लहराते हुए तुर्की का Büyükada पाकिस्तान को जैसे ताक़त का नया तमगा लग रहा है, लेकिन असल में यह भारत की नौसेना के सामने महज़ एक चमचमाता खिलौना भर है। INS कुठार और INS खंजर जैसे भारतीय युद्धपोतों की घातक क्षमता के सामने यह कोरवेट ऐसा लगता है (Pahalgam Terror Attack) जैसे ताश के पत्तों के बीच कोई प्लास्टिक की गोट रख दी गई हो। भारत की नौसेना न सिर्फ चौकस है, बल्कि हर मोर्चे पर मुंहतोड़ जवाब देने को तैयार है। और पाकिस्तान? वह फिर से किसी और की ताकत की ओट लेकर शेखी बघारने में व्यस्त है—शायद यह भूलकर कि भारत अब “नज़र रखता” नहीं, “एक्शन” करता है।
तुर्की-पाकिस्तान का नापाक गठजोड़
4 मई 2025 को तुर्की का युद्धपोत TCG Büyükada, जो एक एडा-क्लास एंटी-सबमरीन कोरवेट है, कराची बंदरगाह पर आ पहुंचा। 7 मई तक पाकिस्तान में मौजूद रहने वाला यह जहाज भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच संयुक्त नौसैनिक अभ्यास में हिस्सा ले रहा है। 99.5 मीटर लंबा यह युद्धपोत 6,480 किमी की रेंज और 29 नॉट्स की गति के साथ हार्पून मिसाइलों, टॉरपीडो और 76 मिमी तोप से लैस है।
पाकिस्तानी मीडिया इसे भारत के खिलाफ ताकत के प्रदर्शन के रूप में प्रचारित कर रहा है, लेकिन असल में यह तुर्की और पाकिस्तान के बढ़ते सैन्य गठजोड़ का एक और अध्याय है। तुर्की पहले ही पाकिस्तान को बायरक्तर TB2 ड्रोन दे चुका है, और यह नौसैनिक अभ्यास उसी रणनीतिक गहराई का विस्तार है। भारत के लिए यह गठजोड़ जरूर चिंताजनक है, लेकिन नौसेनिक ताकत के मामले में भारत कहीं आगे है।
भारत के युद्धपोत जलमार्ग के असली बादशाह
भारत की खुखरी-क्लास कोरवेट्स….. INS कुठार और INS खंजर …. तुर्की के TCG Büyükada को धूल चटाने की पूरी क्षमता रखते हैं। रूसी डिज़ाइन पर आधारित ये युद्धपोत 7,400 किमी की लंबी रेंज और 32 नॉट्स की तेज़ रफ्तार से पाकिस्तान के किसी भी कोने तक पहुंच सकते हैं।
इन जहाजों की ताकत है:
-
Kh-35 ‘Uran’ मिसाइलें – सतह से सतह पर मार करने वाली घातक मिसाइल
-
AK-176 तोप – तेज़ और सटीक फायरिंग
-
RBU-6000 रॉकेट लॉन्चर – पनडुब्बियों को चकनाचूर करने वाली तकनीक
साथ ही, इन जहाजों में उन्नत सोनार और टॉरपीडो सिस्टम लगे हैं जो किसी भी पनडुब्बी को चंद मिनटों में खत्म कर सकते हैं। यह वही भारतीय नौसेना है जिसने 1971 में कराची बंदरगाह को राख कर दिया था, और आज उसकी ताकत कई गुना बढ़ चुकी है।
भारत की नौसैनिक ताकत: पाक के लिए एक सपना
भारतीय नौसेना न केवल दक्षिण एशिया बल्कि हिंद महासागर में एक निर्णायक शक्ति बन चुकी है। INS विक्रांत और INS विक्रमादित्य जैसे विमानवाहक पोत पाकिस्तान के पास तो क्या, उसके सपनों में भी नहीं हैं। भारत के पास है:
-
ब्रह्मोस मिसाइल जिसकी 450 किमी रेंज दुश्मन जहाजों को पल में मिटा सकती है
-
कलवरी-क्लास और अरिहंत-क्लास पनडुब्बियां, जो गहराई में रहकर दुश्मन को मात देती हैं
-
कोलकाता-क्लास डिस्ट्रॉयर और S-400 डिफेंस सिस्टम, जो भारत को अभेद्य बनाते हैं
कराची हो या ग्वादर, भारत की नज़रें इन बंदरगाहों पर हैं। यदि जरूरत पड़ी, तो भारत नाकाबंदी जैसे रणनीतिक कदम उठाने में भी पीछे नहीं हटेगा।
The Turkish Navy’s Ship TCG Büyükada (F-512) Ada-class corvette docked in Karachi “for a goodwill visit,” says Pakistan Navy.
TCG Büyükada, designed for anti-submarine warfare, will participate in joint naval exercises with the Pakistani Navy. pic.twitter.com/uYrVYMuNas
— Paul Antonopoulos 🇬🇷🇨🇾 (@oulosP) May 4, 2025
पाक की हर चाल का जवाब तैयार है
पाकिस्तान चाहे तुर्की से जितना भी समर्थन जुटा ले, भारत के सामने उसकी नौसेना कहीं नहीं ठहरती। मार्च 2025 की सैटेलाइट तस्वीरें बताती हैं कि पाकिस्तान की पांच में से तीन पनडुब्बियां खराब हैं। ऐसे में TCG Büyükada की तैनाती सिर्फ एक राजनीतिक स्टंट भर लगती है।
भारत ने पहले से ही अपनी नौसेना को हाई अलर्ट पर रखा है। INS विक्रांत इस वक्त अरब सागर में तैनात है, और उस पर मौजूद MiG-29K जेट किसी भी हवाई खतरे को सेकेंडों में नष्ट करने की क्षमता रखते हैं। पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत को ‘आक्रामक’ साबित करने की कोशिश कर रहा है, लेकिन भारत हर मोर्चे पर जवाब देने को तैयार और सक्षम है।
यह भी पढ़ें:
CJI बोले….सिर्फ लाल किला क्यों? ताजमहल भी मांग लो, कोर्ट में हंसी! जानिए क्या है मामला