
kedarnath helicopter crash: रुद्रप्रयाग, उत्तराखंड | केदारनाथ धाम के पास हुए एक दर्दनाक हेलीकॉप्टर हादसे ने उत्तराखंड की हेली सेवाओं की सुरक्षा पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। (kedarnath helicopter crash)हादसे में हेलीकॉप्टर में सवार सभी लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। राहत और बचाव कार्य के लिए SDRF और NDRF की टीमें मौके पर तैनात हैं।
चारधाम यात्रा की हेली सेवाएं अस्थाई रूप से बंद
गौरीकुंड के पास हुए इस हादसे के बाद चारधाम यात्रा के अंतर्गत संचालित सभी हेलीकॉप्टर सेवाओं को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया है। प्रशासन ने यह फैसला अगले आदेश तक लागू रहने के लिए किया है। यात्रियों में चिंता और डर का माहौल है।
हेली ऑपरेशन्स पर नई सख्ती
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस हादसे पर दुख जताते हुए हेली सेवाओं के लिए एक नई सुरक्षा नीति (SOP) तैयार करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने मुख्य सचिव को आदेश दिया है कि एक तकनीकी विशेषज्ञ समिति गठित की जाए जो हवाई सेवाओं की मौजूदा व्यवस्था की समीक्षा करेगी।
सीएम ने यह भी कहा कि SOP के अंतर्गत अब हर उड़ान से पहले तकनीकी फिटनेस की अनिवार्य जांच होनी चाहिए और मौसम की सटीक जानकारी भी उड़ान से पहले सुनिश्चित की जाए।
पहले भी हो चुके हैं हादसे
यह कोई पहली घटना नहीं है। इससे पहले 7 जून को केदारघाटी में एक हेलीकॉप्टर की इमरजेंसी लैंडिंग हुई थी, जो बडासू से केदारनाथ जा रहा था। तकनीकी खराबी के कारण उस समय बड़ी दुर्घटना टल गई थी।
अब क्या होगा?
इस हादसे ने प्रशासन और पायलट सेवा देने वाली कंपनियों दोनों को झकझोर दिया है। यात्रियों की सुरक्षा सर्वोपरि है, और यह हादसा चेतावनी है कि बिना सख्त नियमों और सतर्कता के धार्मिक पर्यटन को सुरक्षित नहीं बनाया जा सकता।