भजनलाल-वसुंधरा के बीच 30 मिनट की बातचीत, मंत्रिमंडल विस्तार में इन नेताओं को मिल सकता है नया मौका!

Rajasthan Politics: राजस्थान की राजनीति में हलचल एक बार फिर तेज हो गई है। सियासी गलियारों में चर्चाओं का बाजार गर्म है, और इसकी वजह बनी है एक खास मुलाकात। राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के बीच हुई 30 मिनट की बैठक ने राज्य की राजनीति में नई अटकलों को जन्म दे दिया है।( Rajasthan Politics ) इस मुलाकात की अहमियत इसलिए भी बढ़ जाती है क्योंकि 31 जनवरी से शुरू हो रहे बजट सत्र से पहले यह बैठक हुई है। बीजेपी के इन दिग्गज नेताओं की इस मुलाकात ने मंत्रिमंडल फेरबदल की संभावनाओं को हवा दे दी है। सूत्रों के अनुसार, भजनलाल सरकार इस हफ्ते के अंत तक कैबिनेट विस्तार को लेकर कोई बड़ा कदम उठा सकती है। तो, क्या राजस्थान की राजनीति में कोई नया मोड़ आने वाला है? आइए, इस सियासी मुलाकात और इसके पीछे छिपे संकेतों पर नजर डालते हैं।

इन नेताओं की हो सकती है वापसी

राजस्थान की राजनीति में कालीचरण सराफ और श्रीचंद कृपलानी जैसे वरिष्ठ और अनुभवी नेताओं की वापसी की चर्चा जोरों पर है। ये दोनों नेता वसुंधरा राजे सरकार में मंत्री रह चुके हैं और उनका प्रशासनिक अनुभव इन्हें एक मजबूत दावेदार बनाता है। सूत्रों का मानना है कि भजनलाल मंत्रिमंडल में इन नेताओं को पॉलिटिकल अपॉइंटमेंट देकर समायोजित किया जा सकता है। इनकी वापसी न केवल पार्टी के भीतर संतुलन बनाएगी बल्कि आगामी चुनौतियों के लिए सरकार को और मजबूत करेगी।

बजट सत्र के बाद भी मंत्रिमंडल विस्तार संभव

विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार, मंत्रिमंडल विस्तार बजट सत्र के बाद भी हो सकता है। बजट सत्र में विभागों से जुड़े सवाल-जवाब होते हैं, जिनका उत्तर संबंधित मंत्री ही दे सकते हैं। ऐसे में नए मंत्रियों के शपथ ग्रहण के बिना यह प्रक्रिया बाधित हो सकती है। इस कारण भजनलाल सरकार ने मंत्रिमंडल विस्तार को बजट सत्र के बाद टालने का भी विकल्प खुला रखा है।

दिल्ली में पीएम मोदी से मिली थीं वसुंधरा राजे

वसुंधरा राजे की दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हालिया मुलाकात और उसके बाद मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का सिविल लाइन पर वसुंधरा राजे से मिलने जाना, इन घटनाओं ने सियासी सरगर्मियों को और तेज कर दिया है। ऐसा माना जा रहा है कि भजनलाल मंत्रिमंडल में वसुंधरा राजे गुट के नेताओं को प्रमुखता मिल सकती है। इससे पहले, मुख्यमंत्री शर्मा ने दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से भी मुलाकात की थी। इन घटनाओं से मंत्रिमंडल विस्तार की संभावनाओं को और बल मिला है, और राजस्थान की राजनीति में नए समीकरण बनने के संकेत मिल रहे हैं।

यह भी पढ़ें: 

Mauni Amavasya: मौनी अमावस्या पर बन रहा है ये शुभ संयोग….जानें पूजा विधि और शुभ समय

Bodh Saurabh

प्रिंट मीडिया से पत्रकारिता की शुरुआत करते हुए दैनिक भास्कर, राजस्थान पत्रिका और खास खबर.कॉम जैसे प्रतिष्ठित प्लेटफॉर्म्स पर काम किया। गुलाबी नगरी जयपुर का निवासी, जहां की सांस्कृतिक और राजनीतिक धड़कन को बारीकी से समझा। धर्म, राजनीति, शिक्षा, कला और एंटरटेनमेंट से जुड़ी कहानियों में न सिर्फ गहरी रुचि बल्कि समाज को जागरूक और प्रेरित करने का अनुभव। सकारात्मक बदलाव लाने वाली रिपोर्टिंग के जरिए समाज की नई दिशा तय करने की कोशिश। कला और पत्रकारिता का अनोखा संगम, जो हर कहानी को खास बनाता है।

Related Posts

राजस्थान में उद्योगों का भविष्य चमकेगा…. 4 पॉलिसी के साथ लोन पर छूट…. 100% शुल्क माफी!

Share this……

राजस्थान में IAS की गिनती घटती जा रही है, पर क्यों? पर्दे के पीछे का सच जानिए

Share this……

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *