
Rajasthan political reshuffle: राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने आज राजभवन में राज्यपाल हरिभाऊ बागडे से शिष्टाचार मुलाकात की। हालांकि, इस मुलाकात को लेकर राजनीतिक गलियारों में कई तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं।(Rajasthan political reshuffle) राजभवन ने इसे एक औपचारिक मुलाकात बताया है, लेकिन मुख्यमंत्री और राज्यपाल के बीच इस प्रकार की बैठक के बाद सियासी हलकों में कई सवाल उठने लगे हैं। क्या यह मुलाकात मंत्रिमंडल विस्तार, राज्य की राजनीतिक स्थिति, या किसी आगामी रणनीति की ओर इशारा कर रही है? इस पर सियासी विश्लेषक तरह-तरह की टिप्पणियाँ कर रहे हैं।
मंत्रिमंडल में फेरबदल की तैयारी: बीजेपी के अंदर बड़ी सियासी हलचल
राजस्थान में मंत्रिमंडल में बड़े फेरबदल की चर्चाएं तेज़ हो गई हैं, खासकर ‘राइजिंग राजस्थान’ के बाद। सूत्रों के मुताबिक, इस फेरबदल की तैयारी की जा रही है, जिसमें कई नए चेहरे मंत्री बन सकते हैं। वर्तमान में राज्य में कुल 30 मंत्री हो सकते हैं, जबकि वर्तमान में मुख्यमंत्री सहित कुल 24 मंत्री हैं। साथ ही, कई मंत्रियों के विभागों में भी बदलाव संभव है। बीजेपी की उपचुनाव में मिली सफलता के बाद संगठन में काम तेज़ हो गया है, जिससे यह बदलाव और भी महत्वपूर्ण हो गया है।
नए चेहरों को मिल सकती है मंत्री पद की जिम्मेदारी
बीजेपी को कई सालों बाद खींवसर और झुंझुनूं विधानसभा सीटों पर मिली जीत के बाद इन क्षेत्रों के विधायकों को मंत्री पद मिल सकता है। खींवसर से रेवंतराम डांगा और झुंझुनूं से राजेंद्र भाम्भू को मंत्री बनाए जाने की संभावना है। इन दोनों को अहम मंत्रालय दिए जा सकते हैं। वहीं, सलूम्बर से शांता मीणा को भी मंत्री बनने का मौका मिल सकता है।
मंत्री के विभागों में बदलाव की संभावना
कैबिनेट मंत्रियों में मदन दिलावर, किरोड़ी लाल मीणा, राज्यवर्धन सिंह राठौड़, कन्हैया लाल चौधरी, जोराराम कुमावत, और राजमंत्री जवाहर सिंह बेढम, केके विश्नोई के विभागों में फेरबदल की चर्चा हो रही है। इन मंत्रियों के काम को लेकर कई शिकायतें भी उठ चुकी हैं, जिससे विभागों में बदलाव की संभावना और भी प्रबल हो गई है।
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