
Ayurvedic herbs for diabetes: आजकल डायबिटीज एक ऐसी महामारी बन चुकी है, जिसे न केवल देश, बल्कि पूरी दुनिया में फैलने का खतरा है। अनुमान है कि साल 2050 तक डायबिटीज मरीजों की संख्या 1 अरब तक पहुँच जाएगी, (Ayurvedic herbs for diabetes)और इनमें से एक बड़ी संख्या भारत में होगी। इस समय भारत में 8 करोड़ लोग डायबिटीज से पीड़ित हैं और 2045 तक यह संख्या 13 करोड़ तक पहुँचने का अनुमान है। यही वजह है कि भारत को अब “डायबेटिक कैपिटल ऑफ वर्ल्ड” कहा जाने लगा है। लेकिन क्या आपको पता है कि किचन में मौजूद कुछ सामान्य चीजें आयुर्वेद में बताए गए उपायों के जरिए डायबिटीज को तुरंत कंट्रोल कर सकती हैं? जी हाँ, काली मिर्च, मेथी दाना और दालचीनी जैसे आसान उपायों से आप डायबिटीज को नियंत्रित कर सकते हैं, बशर्ते इनका सही तरीके से इस्तेमाल किया जाए।
मेथी – ब्लड शुगर और कोलेस्ट्रॉल को कम करने वाली जड़ी-बूटी
मेथी की गर्म तासीर और कड़वापन इसे डायबिटीज के मरीजों के लिए एक बेहतरीन औषधि बनाता है। यह फास्टिंग ब्लड शुगर को कम करने, ग्लूकोज टॉलरेंस में सुधार करने और कोलेस्ट्रॉल, एलडीएल, ट्राइग्लिसराइड्स को कम करने में मदद करता है। इसे सुबह खाली पेट या रात में सोने से पहले गुनगुने पानी के साथ लिया जा सकता है।
काली मिर्च – इंसुलिन संवेदनशीलता को सुधारने वाली जड़ी-बूटी
काली मिर्च में पिपेरिन नामक तत्व होता है, जो शरीर में ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मदद करता है। यह ब्लड शुगर लेवल को स्थिर रखता है और शुगर को तेजी से बढ़ने से रोकता है। एक काली मिर्च को पीसकर हल्दी के साथ सुबह खाली पेट या डिनर से पहले लिया जा सकता है।
दालचीनी – ब्लड शुगर कंट्रोल करने का आयुर्वेदिक उपाय
दालचीनी का सेवन करने से इंसुलिन रेजिस्टेंस में कमी आती है और यह खाने के बाद ब्लड शुगर को नियंत्रित करती है। साथ ही, दालचीनी अतिरिक्त फैट और कोलेस्ट्रॉल को भी कम करने में मदद करती है। इसे मेथी और हल्दी के साथ मिलाकर सुबह खाली पेट लिया जा सकता है।
डिस्क्लेमर: ये उपाय सामान्य ज्ञान पर आधारित हैं। कृपया इन उपायों को अपनाने से पहले अपने हेल्थकेयर प्रोफेशनल से सलाह लें।