भारत के इस गांव में होती है मेंढकों की शादी! इस अजीब परंपरा के पीछे है एक दिलचस्प कारण।

Frog Marriage Tradition: भारत एक ऐसा देश है जहां विविधताएं हर कदम पर देखने को मिलती हैं। यहां की संस्कृति और परंपराएं ना केवल दिलचस्प होती हैं, बल्कि कुछ तो इतनी अनोखी और अजीब होती हैं कि हम हैरान रह जाते हैं। (Frog Marriage Tradition)ऐसा ही एक विचित्र और हैरान करने वाला मामला सामने आता है, जहां इंसानों के अलावा, मेंढकों की भी शादी होती है! जी हां, आपने बिल्कुल सही सुना। एक छोटे से गांव में यह परंपरा निभाई जाती है, और इसके पीछे एक बेहद खास वजह छिपी हुई है। तो चलिए, जानते हैं इस अनोखी रस्म के बारे में और इसके पीछे की दिलचस्प वजह को विस्तार से।

क्या है अनोखी रस्म की कहानी?

रंगदोई गांव, असम के जोरहाट जिले का एक दिलचस्प गांव है, जहां एक अनोखी परंपरा निभाई जाती है। इस गांव में सूखा पड़ने पर मेंढकों की शादी कराई जाती है। गांव वालों का मानना है कि इससे बारिश के देवता वरुण प्रसन्न होते हैं और बारिश होती है। इस परंपरा को “भेकुली बिया” कहा जाता है, और यह वैदिक रीति-रिवाजों के साथ संपन्न होती है।

कैसे होती है मेंढकों की शादी?

रंगदोई गांव में मेंढकों की शादी भारतीय विवाह परंपरा के अनुसार होती है। इसमें दो पक्ष होते हैं, एक दुल्हे का और दूसरा दुल्हन का। दोनों पक्ष अपनी जिम्मेदारियां निभाते हैं, जैसे किसी सामान्य भारतीय शादी में होती है। इस विवाह में हल्दी फंक्शन भी आयोजित किया जाता है, जिसमें गांव के लोग भी शामिल होते हैं। शादी के दिन, दोनों मेंढकों को तेल और सिंदूर से सजाया जाता है, ताकि वरुण देवता प्रसन्न होकर गांव में बारिश लाए।

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Bodh Saurabh

Bodh Saurabh, a journalist from Jaipur, began his career in print media, working with Dainik Bhaskar, Rajasthan Patrika, and Khaas Khabar.com. With a deep understanding of culture and politics, he focuses on stories related to religion, education, art, and entertainment, aiming to inspire positive change through impactful reporting.

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