Jyoti Kalash Rath Yatra: अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार की ज्योति कलश रथ यात्रा 6 नवंबर से जयपुर में शुरू होने जा रही है, जिसका उद्देश्य समर्थ, समृद्ध और संस्कारी भारत का निर्माण करना है। (Jyoti Kalash Rath Yatra)यह यात्रा देव संस्कृति विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति डॉ. चिन्मय पंड्या द्वारा तीर्थराज पुष्कर से शुरू की जाएगी। इस महाअनुष्ठान के अंतर्गत, ज्ञान यज्ञ की ज्योति जलाने के लिए सात ज्योति कलश रथ प्रदेश के 45,000 गांवों में जाएंगे।
घर-घर पहुंचेगा ज्ञान गंगा
गायत्री परिवार के कार्यकर्ताओं की बैठक में इस यात्रा की तैयारियों पर चर्चा की गई, जिसमें प्रमुख सदस्य ओम प्रकाश अग्रवाल ने बताया कि यह ज्ञान गंगा को घर-घर पहुंचाने का एक अंतिम अवसर है। उन्होंने कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे इस महत्वपूर्ण अभियान में सक्रिय भागीदारी निभाएं, क्योंकि ऐसा मौका भविष्य में दोबारा नहीं मिलेगा।
रथ यात्रा का भव्य स्वागत
ज्योति कलश रथ यात्रा 6 नवंबर को शाम 5 बजे रिंग रोड से जयपुर में प्रवेश करेगी। यहां पर विभिन्न समाज वर्गों द्वारा इसका स्वागत किया जाएगा। यात्रा के दौरान, रथ का नगर भ्रमण कराया जाएगा, जिसमें विभिन्न मार्गों से होते हुए यात्रा गायत्री शक्तिपीठ पहुंचेंगी। यहां भव्य स्वागत और आरती का आयोजन होगा।
सामूहिक साधना का संकल्प
सामूहिक साधना महाअनुष्ठान से जुड़ने के लिए कार्यकर्ताओं ने सोमवार को विभिन्न कॉलोनियों में घर-घर जाकर पीले चावल बांटे, जिसमें देव स्थापना का चित्र, गायत्री चालीसा, सदवाक्य स्टीकर और साधना की जानकारी देने वाला पत्रक शामिल था। यह सामग्री आम जनता के लिए निशुल्क उपलब्ध कराई गई।
सुरक्षा कवच के निर्माण का संकल्प
गायत्री परिवार के प्रमुख प्रणव पंड्या ने कहा कि समाज में जाति और वर्ग के नाम पर विभाजन की साजिश हो रही है। इस यात्रा के माध्यम से साधना का माहौल निर्मित किया जाएगा, जिसमें लोग रोजाना गायत्री मंत्र का पाठ करेंगे। यह महाअनुष्ठान न केवल व्यक्तिगत जीवन को सुखद बनाएगा, बल्कि समाज को भी एकजुट करेगा। सात और आठ नवंबर को प्रतापनगर-सांगानेर की विभिन्न कॉलोनियों में रथ यात्रा का आयोजन होगा, जो लगभग चालीस दिनों तक जयपुर में भ्रमण करेगी। इस यात्रा से न केवल जन जागरूकता बढ़ेगी, बल्कि सामूहिक साधना का वातावरण भी बनेगा।
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