
कतर में अमेरिकी बेस पर ईरानी हमला, ट्रंप बोले युद्ध विराम… लेकिन इजरायल-ईरान फिर आमने-सामने
Israel-Iran War:दोहा/तेहरान/वॉशिंगटन: पश्चिम एशिया में तनाव ने एक नया मोड़ ले लिया है। कतर की राजधानी दोहा के पास स्थित अल उदीद अमेरिकी एयरबेस पर ईरान ने सोमवार तड़के मिसाइलें दागीं, जिसके बाद कतर, कुवैत, बहरीन और संयुक्त अरब अमीरात (UAE) ने तत्काल अपने हवाई क्षेत्र बंद कर दिए। यह हमला ऐसे समय में हुआ है जब इजरायल और ईरान के बीच लगातार बढ़ती सैन्य झड़पों से क्षेत्र में युद्ध का खतरा मंडरा रहा था।
ईरान के इस कदम को अमेरिका की चेतावनियों की खुली अनदेखी माना जा रहा है,(Israel-Iran War) क्योंकि पहली बार तेहरान ने सीधे अमेरिकी सैन्य ठिकाने को निशाना बनाया। हालांकि, कुछ ही घंटों बाद पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोशल मीडिया पर यह दावा कर सनसनी फैला दी कि ईरान और इजरायल युद्ध विराम पर सहमत हो चुके हैं।
ईरान ने खारिज किया युद्ध विराम का दावा
ट्रंप के इस दावे के कुछ ही देर बाद ईरान ने सख्त प्रतिक्रिया दी। विदेश मंत्री सैयद अब्बास अरगाची ने स्पष्ट किया कि उन्हें अमेरिका या किसी अन्य पक्ष से युद्ध विराम का कोई औपचारिक प्रस्ताव नहीं मिला है। उन्होंने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, “अब तक कोई युद्ध विराम या सैन्य अभियान रोकने का समझौता नहीं हुआ है। अगर इजरायल अपने आक्रमण रोक देता है, तो ईरान भी जवाबी कार्रवाई रोकने पर विचार करेगा।”
इजरायल की चुप्पी, लेकिन संकेत मिल रहे हैं
दूसरी ओर, इजरायल ने ट्रंप के युद्ध विराम दावे पर आधिकारिक तौर पर कोई टिप्पणी नहीं की है। हालांकि, इजरायली मीडिया में कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू इस प्रस्ताव के पक्षधर हैं, बशर्ते ईरान मिसाइल हमले बंद करे।
इजरायली सेना और प्रधानमंत्री कार्यालय ने फिलहाल चुप्पी साध रखी है, लेकिन सूत्रों का मानना है कि युद्ध विराम को लेकर आंतरिक चर्चा जारी है।
ट्रंप ने साझा किया युद्ध विराम का टाइमलाइन
डोनाल्ड ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर लिखा, “ईरान और इजरायल अब से 6 घंटे बाद 12 घंटे के लिए पूर्ण युद्ध विराम शुरू करेंगे, और 24 घंटे बाद इस युद्ध को आधिकारिक तौर पर समाप्त माना जाएगा।” उन्होंने इसे “दुनिया के लिए बड़ी जीत” बताया।
हालांकि ईरान ने इस शर्तबद्ध युद्ध विराम के किसी भी प्रस्ताव की पुष्टि नहीं की है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि जमीनी हालात अब भी बेहद तनावपूर्ण हैं और किसी भी समय टकराव फिर से भड़क सकता है।
ट्रंप की मध्यस्थता की कोशिश एक बार फिर वैश्विक मंच पर उनके कूटनीतिक कौशल को दर्शाने की कवायद लगती है, लेकिन फिलहाल ईरान की सख्ती और इजरायल की चुप्पी बताती है कि युद्ध विराम के दावे से ज़्यादा ज़रूरी है ज़मीनी स्तर पर भरोसेमंद समझौता।
स्रोत: एपी, रॉयटर्स, अल जज़ीरा, प्रेस टीवी