
Udaipur Files Release: नई दिल्ली। 2022 के कन्हैयालाल हत्याकांड पर आधारित फिल्म ‘उदयपुर फाइल्स’ शुक्रवार को देशभर के 4500 सिनेमाघरों में रिलीज़ हो चुकी है। रिलीज़ से पहले ही विवादों और अदालती अड़चनों में घिरी यह फिल्म अब पर्दे पर कट्टरपंथ बनाम सामाजिक चेतना की नई बहस को जन्म दे रही है।
फिल्म की शुरुआत से ही इस पर विवाद छाया रहा। पहले 11 जुलाई 2025 को रिलीज़ होने वाली थी, लेकिन दिल्ली हाईकोर्ट ने एक याचिका पर सुनवाई करते हुए (Udaipur Files Release) सिनेमैटोग्राफ एक्ट की धारा 6 के तहत दोबारा समीक्षा के आदेश दिए। 6 अगस्त 2025 को सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने फिल्म को रिलीज़ की अनुमति दी।
कट्टरपंथ की भयावह हकीकत
28 जून 2022 को राजस्थान के उदयपुर में दर्जी कन्हैयालाल की दिनदहाड़े हत्या कर दी गई थी। तालिबानी स्टाइल में हुई इस हत्या ने पूरे देश को हिला दिया। NIA ने 11 आरोपियों के खिलाफ UAPA, आर्म्स एक्ट सहित कई धाराओं में चार्जशीट दाखिल की, जिसमें गौस मोहम्मद, रियाज अत्तारी और पाकिस्तान लिंक शामिल थे।
फिल्म में पाकिस्तान…. कट्टरपंथी नेटवर्क का पर्दाफाश
निर्माता अमित जानी और निर्देशक भरत एस. श्रीनाते ने दावा किया है कि फिल्म पूरी तरह तथ्यों पर आधारित है और किसी विशेष समुदाय को निशाना नहीं बनाती। फिल्म में पाकिस्तान कनेक्शन, धार्मिक कट्टरता और जांच एजेंसियों की भूमिका को सिनेमा की भाषा में पेश किया गया है।
बॉलीवुड अभिनेता विजय राज ने कन्हैयालाल की भूमिका निभाई है, जबकि रजनीश दुग्गल और प्रीति झांगियानी भी फिल्म में प्रमुख भूमिकाओं में नजर आ रहे हैं। अब तक समीक्षकों और दर्शकों से इनके अभिनय को सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली है।
उदयपुर में अलर्ट, सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम
राजस्थान के उदयपुर शहर में फिल्म की रिलीज़ के साथ ही सुरक्षा बढ़ा दी गई है। सेलिब्रेशन मॉल, अरबन स्क्वायर और लेकसिटी मॉल में सीमित शो रखे गए हैं और पुलिस बल तैनात किया गया है।
कन्हैयालाल के बेटे यश तेली ने फिल्म को देश की आवाज बताया। अब सवाल उठ रहा है – क्या यह फिल्म केवल एक घटना का चित्रण है या फिर कट्टरपंथ के खिलाफ सामाजिक क्रांति की शुरुआत है?
‘उदयपुर फाइल्स’ न सिर्फ एक फिल्म है, बल्कि यह सामाजिक चेतना, धार्मिक कट्टरता और सिस्टम की जवाबदेही को लेकर नई बहस का दरवाजा खोल रही है।
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