
Raksha Bandhan: रक्षाबंधन का पर्व सिर्फ रक्षा सूत्र बांधने का नहीं, आत्मा की पवित्रता, भाईचारे और ईश्वरीय स्मृति में टिके रहने का संदेश देता है। इसी भाव के साथ ब्रह्मा कुमारीज जयपुर के श्रीनिवास पीस पैलेस सेवाकेंद्र में रक्षाबंधन पर्व धार्मिक उत्साह और आध्यात्मिक गरिमा के साथ मनाया गया।
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि अजमेर संभाग की मुख्य प्रशासिका बीके शांता दीदी थीं, उनके साथ शास्त्री नगर सेवाकेंद्र की संचालिका बीके आशा दीदी और बीके काजल बहन ने(Raksha Bandhan) भी उपस्थित जनसमूह को दिव्य संदेश दिए।
मधुबन से लाई गई राखी और शुभकामना पत्र ने भरा नई ऊर्जा
बीके शांता दीदी ने मधुबन बेहद घर से लाई गई विशेष राखी सभी को दर्शाई और शुभकामनाओं से भरे आध्यात्मिक पत्र का वाचन किया। बीके आशा दीदी ने रक्षाबंधन के आध्यात्मिक रहस्य को समझाते हुए आत्मिक रिश्तों की स्मृति दिलाई।
भाई-बहनों द्वारा प्रस्तुत सांस्कृतिक कार्यक्रमों में गीत, नृत्य और भक्ति भाव की झलक देखने को मिली, जो आत्मा के उल्लास और परमात्मा से जुड़ाव को दर्शाते थे। स्थानीय प्रभारी बीके हेमा बहन ने सभी को रक्षाबंधन की शुभकामनाएं दीं और कहा, “यह पर्व पवित्रता और आत्मिक बंधन का प्रतीक है, जहां हम सभी आत्माएं एक परमपिता की संतान हैं।” अंत में सभी को आध्यात्मिक तिलक, प्रसाद और राखी बांधी गई।
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